किसानों का छलका दर्द, रातभर यूरिया के लिए लाइन में रहते है किसान

संस,रूपौली (पूर्णिया)। प्रखंड में आजतक के इतिहास में किसानों के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ, जब किसानों को रात-रातभर युरिया के लिए लाइन में भूखे-प्यासे खडे़ रहना पड़ा हो, फिर भी यूरिया नहीं मिल रही है । प्रशासन बस अपनी लाचारी बता अपना पल्ला झाड़ ले रहा हैं । यह बता दें कि पिछले रबी की बुआई अक्टूबर माह से ही यूरिया की किल्लत प्रखंड में शुरू हो गयी, जो आजतक कायम है । यही यूरिया प्रखंड से सटे दूसरे जिले मधेपुरा, भागलपुर एवं कटिहार में धड़ल्ले से ऊंची कीमतों पर मिल रही हैं, जिन्हें रोकनेवाला कोई नहीं है । एक तरफ वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद किसानों की आय अपनी बजट में बढ़ाने की बात करते हैं, तो दूसरी ओर उनके ही गृह जिला कटिहार में किसानों को दो गुणा से ज्यादा दर से खाद खरीदना पड़ रहा हैं । उनका बजट बस कागज पर ही दिख रहा है । प्रखंड मुख्यालय में खाद की दुकानों का आलम यह है कि जैसे यह खबर आती है कि यूरिया बंट रही है, हजारों की संख्या में किसान यूरिया के लिए पहुंच जा रहे हैं । स्थिति ऐसी हो जाती है कि दुकानदार डर से अपनी दुकान खोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं । मुख्यालय स्थित आदर्श खाद-बीज भंडार में युरिया लेने आए किसानों की इतनी भीड़ उमड़ी की पुलिस को मंगाना पडा, परंतु किसानों के सामने किसी की नहीं चली, अंत में दुकानदार को अपनी दुकान बंद कर देनी पड़ी । बिरौली में एक दुकानदार को मार तक खानी पड़ी । स्थिति यह है कि किसानों को यहां यूरिया नहीं मिलने से काफी तनाव में रहने लगे हैं । उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपनी फसलों को कैसे बचाएं । रात-रातभर वे दुकानों के सामने अपनी रात बीता रहे हैं, परंतु फिर भी यूरिया की आपूर्ति नहीं हो पा रही है ।


कोट: प्रखंड के सभी दुकानों को यूरिया की आपूर्ति एकसाथ नहीं होने से परेशानी हो रही है । दुकानदार भी अब यूरिया उठाव करने को तैयार नहीं हैं, इसलिए यहां किसानों की भारी भीड़ उमड़ रही है ।
नीतीश भारद्वाज, प्रभारी कृषि पदाधिकारी, रूपौली ।

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