अस्पताल के सिस्टम पर हावी हो रहे बिचौलिए

संवाद सहयोगी, वीरपुर (सुपौल): ललित नारायण अनुमंडलीय अस्पताल वीरपुर में भी अब सिस्टम पर बिचौलिए हावी होने लगे हैं। मरीजों पर जैसे उनकी गिद्ध ²ष्टि होती है और एक्टिव बिचौलिया उन्हें अपनी ओर लपक लेना चाहता है। डाक्टर मरीजों को देखे नहीं कि जांच उसे कहां कराना है, एक्सरे की रिपोर्ट किसकी बेहतर है। सोनोग्राफी कौन बेहतर करता है या फिर अब मरीज को कहां ले जाना बेहतर रहेगा सबकी सलाह तुरंत मिलनी शुरु हो जाती है और वह भी पूरे अपनेपन के साथ। उसमें सलाह देने वालों में कर्मी की भी भूमिका सामने आ जाती है। ऐसा ही वाकया एक सामने आया। हृदयनगर पंचायत के वार्ड एक निवासी अलख आचार्य अपने 10 वर्षीय पुत्र रौनक कुमार आचार्य को ललित नारायण अनुमंडलीय में मंगलवार को दिखाने आए तो कई प्रकार के जांच लिख कर जांच करवाने की सलाह दी गई। सलाह मिली बाहर से जांच करवाया रिपोर्ट दिखाया तो डाक्टर साहब ने बच्चे के रिपोर्ट में हीमोग्लोबिन 3.48 देखते ही बेहतर इलाज लिए रेफर कर दिया। लेकिन स्वजनों ने दूसरे चिकित्सक के यहां जाने की बात कही तो डाक्टर साहब ने रेफर लिखा काटकर फिर से जांच करवाने को कहा। दूसरी जगह दोबारा जांच हुई तो हीमोग्लोबिन की रिपोर्ट 9.6 आई। जब अस्पताल में तैनात दूसरे चिकित्सक को यह रिपोर्ट दिखाई तो बच्चे की स्थिति सामान्य थी। जिसे सामान्य दवा देकर बच्चे को घर भेज दिया गया। हालांकि इस संबंध में एलएन अस्पताल के डा. प्रीतम कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अस्पताल में ऐसे व्यक्ति को पहचान करना संभव नहीं है। लोगों को स्वयं ही जागरूक होना पड़ेगा तभी जाकर अस्पताल से बिचौलियों का अड्डा समाप्त हो सकेगा। इस समस्या को लेकर छात्र परिषद, जन अधिकार पार्टी के प्रदेश सचिव धीरज रंजन ने कहा कि अगर वीरपुर अनुमंडलीय अस्पताल से बिचौलियों का अड्डा खत्म नहीं हुआ तो हमलोग उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

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