गर्मी में पेयजल की नहीं हो किल्लत, खराब चापाकल की करें मरम्मत

संवाद सहयोगी, लखीसराय : गर्मी की धमक शुरू होते ही जिले में खराब पड़े चापाकल की मरम्मत करने की कवायद शुरू की गई है। इसको लेकर बुधवार को जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह एवं सहायक अभियंता शशिभूषण सिंह ने खराब पड़े चापाकल की मरम्मत करने को लेकर हर प्रखंड के लिए चलंत मरम्मत दल के 16 वाहन को संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर समाहरणालय परिसर से रवाना किया। ये अलग बात है कि इसके बाद ये वाहन किसी दिन किसी गांव में नहीं दिखता है और और खराब चापाकल ठीक करते-करते गर्मी का मौसम ही खत्म हो जाता है। पिछले वर्ष भी यही हाल था। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जिले के खराब पड़े चापाकलों को चिह्नित किया जा चुका है। वर्तमान में जिले में कुल 368 चापाकल खराब है। इसमें लखीसराय प्रखंड में 56, सूर्यगढ़ा में 116, पिपरिया में 24, रामगढ़चौक में 36, बड़हिया में 42, हलसी में 62 एवं चानन प्रखंड में 32 चापाकल खराब है। लखीसराय प्रखंड के लिए दो, सूर्यगढ़ा के लिए पांच, पिपरिया के लिए एक, रामगढ़चौक, बड़हिया, हलसी एवं चानन प्रखंड के लिए दो-दो चलंत मरम्मत दल को रवाना किया गया है। सभी प्रखंड में पीएचईडी के कनीय अभियंता की देख-रेख में चलंत मरम्म दल खराब चापाकलों की मरम्मत करेगा। इसके अलावा पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। कोई भी व्यक्ति जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 06346-296112 पर फोन करके खराब चापाकल अथवा पेयजल संकट से संबंधित जानकारी दे सकते हैं। जागरण प्रतिनिधि ने जब इस नंबर पर लगातार चार बार काल किया फिर भी किसी ने रिसीव नहीं किया। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग इसके प्रति कितना संवेदनशील है।


अन्य समाचार