किताबदान अभियान से बने ग्रामीण पुस्तकालयों का 2.22 करोड़ से होगा आधुनिकीकरण

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया के खाते में एक और उपलब्धि जुड गई है। यहां के सभी पंचायतों में ग्रामीण पुस्तकालय खोल दिए गए हैं जिसकी सराहना नीति आयोग ने की है। यह संभवत: देश का पहला माडल पुस्तकालय होगा। साथ ही उसके विकास के लिए 2.22 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया है। डीएम ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इससे पुस्तकालय का आधुनीकिकरण किया जाएगा। साल भर पहले शुरू हुआ था किताब दान अभियान

पूर्णिया राज्य ही नहीं बल्क देश का पहला जिला बन गया है जहां सभी ग्राम पंचायतों में शिक्षा विभाग के सहयोग से दान में प्राप्त किताबों से पुस्तकालय खोले गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस अभियान की सराहना की है। विदित हो कि जिलाधिकारी राहुल कुमार की पहल पर पूर्णिया जिला में 25 जनवरी 2020 से अभियान किताब दान अभियान शुरू किया है। केनगर प्रखंड की परोरा पंचायत से इसकी शुरुआत की गयी। अब जिले की सभी 230 पंचायतों के अलावा नगर क्षेत्र में भी सात पुस्तकालय खोले गए हैं। सभी पुस्तकालयों का होगा आधुनिकीकरण

डीएम ने कहा कि नीति आयोग ने पुस्तकालय के विकास के लिए 2.22 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इससे पुस्तकालयों को माडल पुस्तकालय बनाया जाएगा। ये पुस्तकालय भविष्य का समग्र शिक्षा केंद्र बनेंगे। उीएम ने कहा कि नीति आयोग से मिली राशि से सभी पुस्तकालय में एक सेंटर टेबुल, छह कुर्सी, लोहे का एक बुक सेल्फ आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही पुस्तकालय भवन में फ्लोर कोटिग, बालापेंट, नाम पट्ट, विद्युत रिपेयरिग, ह्वाइट बोर्ड आदि भी लगाए जाएंगे।

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