ओवरलोड बालू परिवहन में संलिप्त संवेदकों पर होगी कार्रवाई, डीएम ने दिया संकेत

संवाद सहयोगी, जमुई। बालू घाट के संवेदकों की गैर जिम्मेदाराना हरकत से जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह खासे नाराज हैं। इसकी बानगी शुक्रवार को संवेदको की विशेष बैठक में दिखी। हालांकि बैठक की औपचारिक जानकारी मीडिया से साझा नहीं की गई है और ना ही किसी को तस्वीर लेने के लिए अंदर जाने की इजाजत थी। लेकिन डीएम के गुस्से की गूंज संवाद कक्ष के बाहर तक सुनी जा रही थी। बताया जाता है कि जिला पदाधिकारी को पहली बार इतना ज्यादा लाल पीले होते देखा गया। दरअसल बालू घाटों से ओवरलोड परिवहन के कारण जिला प्रशासन की लगातार किरकिरी हो रही थी। हद तो तब हो गई जब ओवरलोड बालू ट्रक के खिलाफ कार्रवाई के पश्चात पकड़े गए ट्रकों को छोड़ने की पैरवी जिला पदाधिकारी से ही की जाने लगी। इसी बात को लेकर वे विशेष नाराज थे। नाराजगी का आलम यह था कि ओवरलोड पकड़े गए मालवाहक वाहनों के साथ-साथ संबंधित बालू घाट के खिलाफ भी कार्रवाई के संकेत जिला पदाधिकारी ने दिए हैं। कहा तो यह भी जाता है कि ऐसे बालू घाटों की संख्या आधा दर्जन के करीब है। उन बालू घाटों पर पांच लाख रुपये का फाइन तथा 15 दिनों तक घाट बंद रखने की चेतावनी दी गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जिला पदाधिकारी का गुस्सा कार्रवाई में तब्दील होता है या फिर सिर्फ चेतावनी तक ही सीमित रह जाती है। वैसे गंगटा जंगल के रास्ते भारी मालवाहक वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित कर जिला पदाधिकारी ने पहले ही बालू घाट के संवेदकों को बड़ा झटका दे दिया है। बहरहाल जिन घाटों के खिलाफ कार्रवाई के संकेत मिले हैं उनमें कटौना, सतगामा, बड़ीबाग, गिद्धेश्वर और भोंड़ के अलावा एक और घाट का नाम शामिल है। उक्त बैठक में जिला पदाधिकारी के अलावा जिला खनिज विकास पदाधिकारी निधि भारती सहित जिले भर के विभिन्न बालू घाटों के संवेदक व उनके प्रतिनिधि मौजूद थे।


अन्य समाचार