इंटरनेट काल से मांगी थी 48 लाख की लेवी, अविनाश था मास्टर माइंड



प्रणत भारती, हवेली खड़गपुर (मुंगेर)
नक्सलियों के नाम पर लेवी मांगने के मामले में परत दर परत कड़ियां खुल रही हैं। पूरे मामले का मास्टर माइंड गिरफ्तार आरोपित अविनाश कुमार ही है। अविनाश इंटरनेट कालिग का मास्टर माइंड है। इंटरनेट कालिग से ही कनीय अभियंता से नक्सली के नाम पर 46 लाख रुपये की लेवी मांगी थी। गिरफ्तार मास्टर माइंड ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है। पुलिस ने बताया कि लेवी मांगने की रणनीति देवघरा पहाड़ स्थित शिवनगर गांव में बनी थी। आरोपित रवि शंकर उर्फ कन्हैया की दुकान पर पांच फरवरी को लेवी मांगने की पूरी पटकथा लिखी गई थी।

रणनीति के अनुसार किया गया सारा काम
पांच फरवरी को रणनीति बनने के बाद लोहरा गांव में सोनू कुमार के घर सभी ने मिलकर लाल रंग से पर्चा लिखा था। 18 तारीख की देर रात सभी ने प्रखंड कार्यालय गेट के समीप उसे चिपका दिया। इंटरनेट कालिग के माध्यम से मनरेगा के कनीय अभियंता आमोद कुमार को 46 लाख देने की धमकी दी गई। अविनाश पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखता था। सर्किल इंस्पेक्टर मु. नईमउद्दीन ने बताया कि इंटरनेट काल के माध्यम से रंगदारी मांगी गई थी। तकनीकी टीम के सहयोग से मामले का पर्दाफाश किया गया है।
2021 में भी मांगी गई थी रंगदारी
2021 में अंचलाधिकारी और जगन्नाथ उच्च विद्यालय के एचएम के नाम पर नक्सली पर्चा चिपकाए जाने में भी इसकी संलिप्तता थी। इस बिदु पर भी जांच चल रही है। बता दें कि 18 फरवरी की रात नक्सलियों के नाम पर प्रखंड कार्यालय टेटिया बंबर परिसर में पर्चा चिपकाया गया था और जनवरी 2021 में अंचलाधिकारी और एचएम के नाम पर पर्चा चिपका कर लेवी की मांग की गई थी। पुलिस मास्टरमाइंड की अन्य गतिविधियों के बारे में भी पता लगा रही है।

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