धड़ाधड़ पुलिसिया कार्रवाई, फिर भी मिल रही है शराब

संवाद सहयोगी, मुंगेर : जिले में शराब बनाने वालों और तस्करी करने वालों पर पुलिसिया कार्रवाई धड़ाधड़ हो रही है। बावजूद तस्करों की सेहत पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। चोरी-छिपे पीने वाले भी हर दिन शराब की जुगाड़ कर ही लेते हैं। होली नजदीक होने की वजह से शराब की तस्करी भी बढ़ गई है। पड़ोसी राज्य से सटे जिले के सीमाई इलाकों में चेकिग नहीं होने की वजह से तस्कर आसानी से शराब की आपूर्ति कर रहे हैं। शराबबंदी के बाद पुलिस ने कई तस्करों को पकड़ा भी है, इसके बाद भी यह कारोबार रुक नहीं रहा है। जिले के सभी नौ प्रखंडों में शराब की खुलेआम होम डिलिवरी भी हो रही है।

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----------------- दूध के डिब्बे में शराब
पुलिसिया सख्ती के बाद शराब तस्करी का ट्रेंड भी बदल गया है। तस्कर दूध के डिब्बों में शराब की बोतल रखकर डोर टू डोर सप्लाई कर रहे हैं। पूरा खेल कोडवर्ड में हो रहा है। इस कारोबार में सक्रिय तस्कर चोरी-छिपे सप्लाई कर रहे हैं। इस धंधे से जुड़े गिरोहों के तार झारंखड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, यूपी और हरियाणा से जुड़े हुए हैं। जिले में प्रतिदिन 10 से 12 लाख रुपये की शराब की तस्करी हो रही है। इस धंधे से कई रसूख वाले भी जुड़े हैं। जिले में जगह-जगह खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि आम लोगों को तो छोड़िए, पुलिस वालों को भी वह नहीं बख्श रहे हैं। शराब के तस्कर जिला के अलावा गांव-गांव तक अड्डा जमाए बैठे हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि जो भी शराबबंदी कानून के खिलाफ काम करेगा उस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। हालांकि, कुछ ही मामलों में शराब जब्त करने के साथ शराबियों पर कार्रवाई होती है।
------------------- अक्टूबर 2021 से फरवरी 2022 तक शराब मामले में कार्रवाई - पुलिस की ओर से दर्ज कांड-462 - बरामद देसी शराब- 8357 लीटर -बरामद अंग्रेजी शराब-3948 लीटर - गिरफ्तार तस्कर-283 गिरफ्तार - पीने के आरोप में 137 गिरफ्तार ---------------------- एक जनवरी से 12 मार्च 2022 तक -छापेमारी-1345 -कांड दर्ज - 58 -गिरफ्तारी - 53 -जब्त वाहन - 3 -भट्टी नष्ट - 84 -देसी शराब -702 लीटर -अंग्रेजी शराब -52 लीटर
-------------- स्थानीय थाना नहीं करता है सहयोग उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर सुमन कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में किसी-किसी क्षेत्र के थानाध्यक्ष सहयोग नहीं करते हैं। इस कारण शराब तस्करी को पूरी तरह रोकने में परेशानी हो रही है। शहरी इलाके के किला परिसर, लल्लू पोखर शहनी टोला, चुआ बाग, हेरूदियारा, विदवारा, सफियाबाद, हसनगंज, इस्माइलपुर, गौरीपुर, हेरूदियारा, पूरवसराय, वंसती तालाव, शादीपुर, माधोपुर, लालदरवाजा, के अलावा टीकारामपुर, तारापुर दियारा, मनियारचक, कटरिया, गढ़ीरामपुर, नौवागढ़ी उत्तरी, भगत चौकी, भैसाकोल, जमालपुर के दौलतपुर, ईस्ट कालोनी, धरहरा के बरमसिया, बरमन्नी सहित कई इलाकों में शराब का निर्माण और कारोबार हो रहा है।
--------------------- कोट
-जिले के सभी थानों में तैनात चौकीदार से लेकर थानेदार तक को अलर्ट मोड पर रखा गया है। शराब की तस्करी करने और इसे बनाने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। -जग्गुन्नाथ रेड्डी जलारेड्डी, एसपी, मुंगेर

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