ओडीएफ प्लस विषय पर कार्यशाला का आयोजन

फोटो- 15 जमुई- 28

संवाद सहयोगी, जमुई : जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता समिति अवनीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए ओडीएफ प्लस विषय पर समाहरणालय संवाद कक्ष में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ जिलाधिकारी और उप विकास आयुक्त ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।
उन्होंने बताया कि समुदायों का व्यवहार परिवर्तन, चिन्हित नए परिवारों या छूटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुलभता तथा चरणबद्ध तरीके से ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन करना है। द्वितीय चरण में ओडीएफ प्लस के तहत 40 ग्राम पंचायतों द्वारा खुले में शौच से मुक्ति के लिए स्थायित्व सुनिश्चित किया जाएगा और इसका व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार सूचना, शिक्षा एवं संचार के माध्यम से सार्वजनिक रूप से करना सुनिश्चित करें। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत घरेलू अपशिष्ट, मवेशियों तथा कृषि जनित बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, इलेक्ट्रानिक अपशिष्ट समेत विभिन्न प्रकार का अपशिष्ट शामिल है। इसके अलावा तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत रसोई और स्नान के पश्चात बचा हुआ पानी, धूसर जल, बरसाती पानी और शेप्टिक टैंक से ओवरफ्लो से निकले हुए गंदा पानी का प्रबंधन शामिल है। इसके साथ ही व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक स्वच्छता परिसर और ठोस तरल कचरा प्रबंधन की परिसंपत्तियों को रिट्रोफिटिग द्वारा निरंतर कार्यरत बनाए रखने के लिए उत्प्रेरण, ग्रामीण क्षेत्रों को प्रत्यक्ष रूप से स्वच्छ बनाया जाना तथा सभी ग्राम पंचायतों को वर्ष 2024-25 तक ओडीएफ प्लस बनाया जाना और निर्धारित प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए ग्राम पंचायतों में एवं जिला द्वारा इसकी स्वघोषणा किया जाना शामिल है। योजना के सफल संचालन हेतु विभिन्न प्रकार के विभाग जैसे मनरेगा, कृषि, जीविका, पंचायती राज, शिक्षा एवं अन्य डेवलपमेंट पार्टनर के साथ अभिसरण किया जाएगा। बच्चों को जागरूकता के लिए एसएलटीएस का प्रोग्राम भी सफल तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा। गांव के सभी घरों, सभी विद्यालय, सभी आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन में महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग कार्य, शौचालय की सुलभता एवं ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था को लेकर भी चर्चा किया गया। इस मौके पर दर्जनों पदाधिकारी मौजूद थे।

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