सात दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन एवं आरती में शामिल हुए पूर्व महापौर विभा कुमारी

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। खुश्कीबाग के प्रभात पाठागार राधा-कृष्ण मंदिर में सात दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया। मंगलवार को आरती एवं हरिनाम संकीर्तन में पूर्णिया की पूर्व महापौर विभा कुमारी और जदयू के वरिष्ठ नेता जितेंद्र यादव शामिल हुए और आशीर्वाद प्राप्त किया। ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष फाल्गुल पूर्णिमा के अवसर पर सात दिवसीय हरिनाम संकीर्तन का आयोजन हरिसभा समिति प्रभात पाठागार द्वारा राधा-कृष्ण मंदिर में किया जाता है। आयोजन के पहले दिन 17 मार्च को यज्ञादि किया गया। जबकि 18 से 22 मार्च तक अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया। वहीं 23 मार्च बुधवार को महा भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इस सात दिवसीय आयोजन के दौरान भव्य मेला भी कमेटी द्वारा लगाया जाता है। इस हरिनाम संकीर्तन में काफी दूर-दराज से कीर्तन मंडलियां पहुंची हैं, जिसमें मुख्य रूप से गाजोल मालदा, रायगंज, बारसोई, नक्शालबाड़ी, पूर्णिया सहित आसपास के कई जिलों की मंडलियां शामिल हुई है। मंगलवार को आरती एवं हरिनाम संकीर्तन में शामिल पूर्व महापौर विभा कुमारी ने कहा कि प्रभात पाठागार द्वारा लगातार 64 वर्षों से इस पंरपरा का निर्वहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरिनाम संकीर्तन से आसपास का माहौल एक सप्ताह तक भक्तिमय हो गया है। हरिनाम संकीर्तन में शामिल कीर्तन मंडलियों एवं कलाकारों की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है। कीर्तन मंडलियों में शामिल महिला एवं पुरूष कलाकारों द्वारा प्रस्तुत राससीला को देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। वहीं जदयू नेता जितेंद्र यादव ने कहा कि कमेटी के सदस्यों ने जिस तरह से कीर्तन स्थल पर भक्तों के बैठने, रोशनी, पंडाल, पेयजल, प्रसाद आदि की व्यवस्था की है वह काबिले तारीफ है। साथ ही मेला में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसका भी पूरा-पूरा ख्याल मेला कमेटी के सदस्यों एवं स्थानीय पुलिस द्वारा रखा जाता है। उन्होंने कहा कि हरिनाम संकीर्तन में भाग लेने से लोगों के अंदर एक प्रकार की आलौकिक उर्जा उत्पन्न हो जाती है। साथ ही लोगों के अंदर से नकारात्मक शक्ति का नाश हो जाता है। कार्यक्रम का समापन बुधवार को महा भंडारा के प्रसाद वितरण के साथ किया जाएगा। कार्यक्रम के आयोजन में अध्यक्ष अशोक दास, सह कोषाध्यक्ष सुकुमार दास, सचिव राधाबल्लभ दास, सह सचिव सुभाष आईच, कोषाध्यक्ष अमरेश चंद्र दास, सह कोषाध्यक्ष सपन दत्ता, अंकेक्षक सरोज चंद्रपाल, कार्यकारिणी सदस्य सुधीर दास, प्रदीप दास, संधीर नंदी, ताराचंद दत्ता, राधेश्याम दत्ता, रथीन दत्ता, अमर सरकार, चंचल पाल आदि का सराहनीय सहयोग रहा।


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