युवती की हत्या में लापरवाही भारी, भैरोगंज थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

बगहा। युवती की हत्या में लापरवाही बरतने पर पुलिस जिले के भैरोगंज थानाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद व नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं करने के आरोप में महिला थाने के दारोगा अखिलेश सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले में थानाध्यक्ष की लापरवाही खुल कर सामने आई थी। वे सक्रियता बरतते तो युवती की जान बच सकती थी। चौतरवा थाने में तैनात अवर निरीक्षक रामउदय को भैरोगंज थाने का नया थानाध्यक्ष बनाया गया।

एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया कि बीते माह भैरोगंज थाने के एक गांव में एक युवती से शादी का प्रलोभन देकर एक युवक ने यौन शोषण किया और फिर शादी से इन्कार करते हुए उसकी हत्या करने जैसे गंभीर मामले में थानाध्यक्ष के द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं करने के आरोप में व इस मामले में महिला थाने में दर्ज कांड के अनुसंधानक द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं करने के आरोप में लाइन हाजिर कर कर दिया गया। एसपी के अवकाश पर जाने से कार्रवाई में विलंब

यहां बता दें कि जब यह मामला सामने आया था तो एसपी अवकाश पर थे। जब वे अवकाश से वापस लौटे और पूरे मामले की अपने स्तर से जांच की तो पाया कि अगर पहले ही दिन भैरोगंज थाने की पुलिस युवती के आवेदन पर कार्रवाई की होती तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर युवती को महिला थाने भेज दिया गया और जब महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज हो गई तो उसके अनुसंधानक के द्वारा भी तत्काल ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जिससे आरोपितों ने युवती की हत्या कर शव को जंगल में ठिकाने लगा दिया था। क्या था पूरा मामला
भैरोगंज थाना क्षेत्र की एक युवती को उसी गांव के पप्पू ने पहले दुष्कर्म किया था और युवती ने जब विरोध किया तो उसने उससे शादी करने का प्रलोभन देते हुए युवती को कई माह तक अपने साथ रखा और जब शादी करने की बात आई तो उसने शादी करने से इन्कार कर दूसरी लड़की से शादी करने की तैयारी करने लगा था। इसकी सूचना मिलने के युवती पप्पू के घर पहुंची और शादी का विरोध करते हुए अपनी शादी का दबाव बनाने लगी थी। जिसके बाद 16 फरवरी को पप्पू, बालदेव राव, उदय प्रताप राव आदि ने मिलकर युवती की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को चिउटाहा के जंगल में जमीन में दबा दिया था। इधर महिला थाने में दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज होने के बाद दूसरे दिन बगहा एसडीपीओ कैलाश प्रसाद जब गांव पहुंचे और आसपास के लोगों सहित युवती के स्वजनों से पूछताछ की थी तो जानकारी मिली कि युवती को रात में ही अपने घर से पप्पू सहित अन्य लोगों के द्वारा गायब कर दिया गया है। जिसके बाद एसडीपीओ ने थानाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद से स्पष्टीकरण भी पूछा था कि जब युवती अपनी शिकायत लेकर थाने आई थी तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इंसेट
कांड के अनुसंधानक ने भी की लापरवाही
महिला थाने में दर्ज प्राथमिकी संख्या 14/22 के अनुसंधानक अखिलेश कुमार सिंह ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे। जिसका लाभ उठाते हुए अभियुक्तों ने प्राथमिकी दर्ज होने की रात में ही उसकी हत्या कर शव को गायब कर दिया। बताया जाता है कि दुष्कर्म जैसी घटना व युवती को अभियुक्त के घर में प्रवेश करने की बात की जानकारी मिलने के बाद भी अनुसंधानक मौके पर नहीं पहुंचे जिससे उसकी जान चली गई।

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