पुलिस पर हमला मामले में 11 उपद्रवी गिरफ्तार, 200 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज

शिवहर। पंजाब के अमृतसर शहर में हुई पुरनहिया थाना के बराही मोहन गांव निवासी प्रमोद पासवान की हत्या मामले में कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर गुरुवार को पुरनहिया थाना के समक्ष प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमला मामले में 11 उपद्रवी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए है। वहीं थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार गुप्ता ने थाने में 200 से अधिक लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। जिसमें पुलिस अधिकारियों पर कातिलाना हमला कर जख्मी करने, रोड़ेबाजी करने, दु‌र्व्यवहार करने, सरकारी कामकाज में बाधा डालने, अकारण मजमा लगाने तथा उपद्रव फैलाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर बुधवार को गिरफ्तार किए छह लोगों के अलावा शुक्रवार को पांच अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जेल भेजे जाने वालों में बराही मोहन निवासी राजकुमार पासवान, फौजी पासवान, मंगली देवी, उदय पासवान, नरेश पासवान, कमल पासवान, तलेवर पासवान, जीवन पासवान, खहेरु पासवान व दलपत गांव निवासी साहेब पासवान आदि शामिल है। पुलिस की टीम अन्य उपद्रवियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। यह हैं मामला :::


पंजाब के अमृतसर शहर में आपसी विवाद में पुरनहिया थाना के बराही मोहन वार्ड छह निवासी प्रमोद पासवान को चाकू मारकर जख्मी कर दिया गया था। जिसकी इलाज के दौरान अमृतसर के अस्पताल में मंगलवार की रात मौत हो गई। अमृतसर की पुलिस ने मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दूसरा आरोपित अभी फरार चल रहा है। बुधवार की रात अमृतसर से प्रमोद पासवान का शव लाया गया। गुरुवार की सुबह मृतक के स्वजन और ग्रामीणों ने पुरनहिया थाना के पास बैरगनिया-शिवहर पथ को जम कर दिया। वहीं शव के साथ उग्र प्रदर्शन करना शुरू किया। बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष समेत पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन लोग नहीं माने। उल्टे पुलिस पदाधिकारियों पर पथराव कर दिया। जिसमें अवर निरीक्षक सींटू साह, जयप्रकाश कुमार, नीरज कुमार सिंह व चौकीदार नागेंद्र राय समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रवियों के हंगामे के चलते इलाके में अफरातफरी रही। बाद में जिले से आई पुलिस की टीम ने लाठीचार्ज कर स्थिति संभाली।

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