विधानसभा में गूंजेगा फेरी सेवा का मामला, मनिहारी विधायक उठाऐंगे मुद्दा

राजीव कुमार, पूर्णिया: मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा दुर्घटना का मामला सोमवार को विधानसभा में उठेगा। मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने इस मामले को ध्यानाकार्षण के तहत विधानसभा में उठाने की बात कही है। मनिहारी विधायक ने कुछ माह पूर्व ही सूबे के मुख्यमंत्री, राज्य के पुलिस महानिदेशक, मुख्य सचिव सहित पूर्णिया के प्रमंडलीय आयुक्त को पत्र लिखकर रात में फेरी सेवा के संचालन और इस दौरान बड़ी घटना होने की आशंका से आगाह किया था। विधायक की बात को दरकिनार करते हुए प्रशासन ने चुप्पी साध रखी, जिसके परिणाम स्वरूप इतनी बड़ी घटना सामने आई।


विधायक ने कहा की इतनी बड़ी घटना घटने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर पूरे मामले में लीपापोती की जा रही है। इस मामले को लेकर मनिहारी में किसी प्रकार का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। सीमा विवाद के नाम पर इस मामले के दोषियों को बचाने और इस घटना से जुड़े साक्ष्यों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद भी जिला प्रशासन की सक्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रात में फेरी सेवा के संचालक के खिलाफ अब कर किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। इस घटना में जो पीड़ित परिवार है, उनको किसी भी तरह की सरकारी सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिनके परिजन अब तक लापता है ,वे अपने परिजनों के शवों की तलाश में लगातार भटक रहे हैं। उन्हें इस बात का भरोसा दिलाने वाले कोई नहीं है कि लापता लोगों के शवों को खोजने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस मामले की जांच के लिए किसी तरह की कोई कमेटी नहीं बनाई गई है जो इस बात को तय करे की घटना किस वजह से घटी और इसके लिए जिम्मेदार कौन है। रात में फेरी सेवा को लेकर विधायक ने छह माह पूर्व लिखा था पत्र
मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने बताया कि छह माह नाविकों ने उनसे यह शिकायत की गई थी कि रात में फेरी सेवा के संचालकों द्वारा अपने जहाज का संचालन किया जा रहा है। साथ ही नाव संचालकों के साथ मारपीट एवं नाव नहीं चलाने की धमकी दी जा रही है। इस पर उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री सहित राज्य, जिला एवं प्रमंडल के सभी वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया था। उन्होंने अपने पत्र में इस बात का भी आगाह किया था कि रात में फेरी सेवा के संचालन के दौरान मनिहारी - साहिबगंज के बीच कई बार दुर्घटना घट चुकी है। अगर रात में फेरी सेवा के संचालन पर रोक नहीं लगाया गया तो फिर कोई बड़ी घटना घट सकती है। इसके बावजूद प्रशासन ने उनके पत्र का कोई संज्ञान नहीं लिया।
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फेरी सेवा का 24 घंटे संचालन कर हर दिन किराया के रूप में वसूले जाते थे 25 लाख
वित्तीय वर्ष 2021- 22 में मनिहारी साहिबगंज फेरी सेवा की निविदा भले ही 20 लाख की राशि में हुई थी लेकिन इस फेरी सेवा के दौरान हर दिन 24 घंटे दिन रात फेरी सेवा का संचालन कर 25 लाख से अधिक की वसूली की जाती थी। पत्थरों के एक ट्रक को पार कराने के एवज में किराए के रूप में दस हजार रूपए लिए जाते थे। एक बार में एक जहाज पर 15 से सोलह यहां तक की सबसे बड़े जहाज पर 18 पत्थर लदे ट्रकों को लोड कर गंगा पार कराया जाता था। एक पत्थर लदे ट्रक का किराया दस हजार लेने के संबंध में गायब ट्रक के मालिक छोटू कुमार ने बताया कि सभी ट्रकों से इतनी रकम वसूली जाती थी लेकिन आज जब घटना घट गई तो उनके मामले को देखने वाला कोई नहीं है। ट्रक भी गंगा में समा गई है। मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा के दौरान एक घाट से यात्री जहाज एवं दो घाटों से पत्थर लदे ट्रकों को ढोया जाता है। लगातार ट्रकों से ओवर लोड़िग पत्थरों की ढुलाई होती रही लेकिन कटिहार के परिवहन विभाग एवं खनन विभाग के अधिकारियों तक को इसे देखने की फुर्सत नहीं रही। कभी इस बात की सुधि नहीं ली गई कि झारखंड से बिहार की सीमा में इन ट्रकों में क्या और कितना भरकर लाया जा रहा है।

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