केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आक्रोश मार्च

फोटो- 28 जमुई- 17

- बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ ने श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम से निकाला मार्च, केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में लगाए नारे, पूंजी निवेश के नाम पर बेचे जा रहे छोटे बड़े संस्थान
संवाद सहयोगी, जमुई : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर संयुक्त श्रम संगठनों द्वारा आयोजित दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के प्रथम दिन सोमवार को एक्टू से जुड़े बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ के बैनर तले श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम मैदान से आक्रोश मार्च निकाला गया। आक्रोश मार्च के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध नारे लगाए गए। आक्रोश मार्च महाराजगंज बाजार, पोस्टआफिस, अस्पताल रोड होते हुए अम्बेडकर चौक पर आकर सभा मे तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता करते हुए रसोईया संघ के जिला सचिव हैदर ने कहा कि मोदी और नीतीश महिला सशक्तीकरण की बात करते है, जबकि उन्ही के राज में आज लाखों रसोईया बहनें मात्र 55 रुपया दैनिक मजदूरी में काम करती हैं। यहां भी काम 12 महीना और मजदूरी दस महीने का दिया जाता है। एक्टू के जिला संयोजक बासुदेव राय एवं छात्र नेता बाबु साहब सिंह ने कहा कि मोदी सरकार मजदूर विरोधी, जनविरोधी, नौजवान विरोधी, मध्यम वर्गीय एवं निम्न वर्गीय गरीब परिवार विरोधी है। रेल, डाक, बीमा, बैंक, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित तमाम छोटे बड़े संस्थान पूंजी निवेश के नाम पर बेचे जा रहे हैं। निजीकरण कर देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथ कौड़ी के दाम गिरवी रखे जा रहे हैं। जल,जंगल और जमीन कारपोरेट को खुलेआम सौंपा जा रहा है। स्किम वर्करों की सेवा स्थाई करने और 21 हजार रुपया मानदेय तय करने व चार श्रम कोड वापस लेने तक आंदोलन जारी रहेगा। आक्रोश मार्च के दौरान इंदु देवी, हेमा देवी, जयमाला देवी, सुकमरी देवी, रीता देवी, मंजू देवी, जनता देवी, कुंती देवी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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संयुक्त श्रम संगठनों ने हड़ताल के समर्थन में निकाला जुलूस
संवाद सहयोगी, जमुई : देशभर में संयुक्त श्रम संगठन मंच द्वारा आहूत दो दिवसीय आम हड़ताल के समर्थन में जिला मुख्यालय में सोमवार को एटक के बैनर तले बीड़ी श्रमिक यूनियन एवं विभिन्न जन संगठनों द्वारा कचहरी चौक पर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया। भाकपा जिला मंत्री नवल किशोर सिंह, बीड़ी श्रमिक यूनियन के नेता सूर्य मोहन रावत, गजाधर रजक, मुरारी तुरी, आशा व आंगनबाड़ी की उमा देवी, सुधा देवी के संयुक्त नेतृत्व में भाकपा कार्यालय के सामने एक आमसभा की गई।
संयुक्त श्रम संगठन मंच ने राज्य सरकार एवं मोदी सरकार की नीतियों को मजदूर विरोधी, जनविरोधी विनाशकारी बताते हुए सरकार के खिलाफ नारा बुलंद करते हुए नगर भ्रमण किया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा के जिला मंत्री कामरेड नवल किशोर सिंह ने कहा मोदी सरकार मजदूर विरोधी, जनविरोधी, नौजवान विरोधी और प्रत्येक मध्यम और निम्न मध्यम परिवार विरोधी है। महंगाई और भ्रष्टाचार चरम पर है। निजीकरण व ठेका पर बहाली की दौर में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। देश आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। कैलाश सिंह, जय प्रकाश रावत, कृष्ण मुरारी राम, अशोक तांती, रामाकांत राम, नवीन सिंह ने भी सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से पूंजीपतियों की सरकार है। कार्पोरेट टैक्स में छूट देती है, लेकिन जीएसटी 28 परसेंट आम मजदूरों और गरीबों से लेती है। यह आंदोलन उसी के खिलाफ है। यह आम जनता का आंदोलन है। आज गैस सिलेंडर और पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। बेरोजगारी सबसे ज्यादा है। छोटे दुकानदार परेशान हैं। देसी कंपनियां बंद हो रही है। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान, मजदूर एवं अन्य यूनियन के लोग उपस्थित थे।
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सिमुलतला डाकघर बंद रहा
संवाद सूत्र, सिमुलतला(जमुई): केंद्रीय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 28 और 29 मार्च को आयोजित दो दिवसीय बंदी के मद्देनजर पहले दिन सोमवार को सिमुलतला डाकघर पूर्णरूपेण बंद रहा। यह बंदी डाक कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित हुई। 14 सूत्री मांगों में नई पेंशन योजना लागू हो, निजीकारण और फ्रेंचाइजी आउटलेट खोलना बंद हो, लेवर कोड़ समाप्त हो, जीडीएस सहित सभी कर्मचारियों को सर्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा दिया जाए आदि मुख्य है। सिमुलतला में उप डाकपाल मिलन कुमार सिंह, शाखा डाकपाल संजय कुमार सिंह, विवेक कुमार, हिमांशु रंजन, पोस्टमैन जोहन टुड्डू, कृष्णदेव यादव, शशिभूषण सिंह, जगदेव प्रसाद साव, अतुल कृष्ण, अवध किशोर राम आदि नेतृत्व कर रहे थे।

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