बच्चे भी निडर होकर लगवा रहे कोरोना से बचाव के लिए टीके

जासं, सहरसा: जिले में 12 से 14 साल के किशोर-किशोरियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने का अभियान जारी है। इसके अलावा 60 साल या इससे ऊपर आयु के सभी लोगों को एहतियाती खुराक यानी प्रीकाशन डोज लगायी जा रही है। सोमवार को जिले के डीबी रोड मध्य विद्यालय मे 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण शिविर लगाया गया। शिविर में शहरी क्षेत्र वार्ड संख्या 31 के निवासी 12 वर्षीय रिशन्त सिन्हा ने कोरोनावायरस रोधी वैक्सीन कोर्बोवैक्स वैक्सीन की पहली डोज ली। टीकाकरण केंद्र पर 12 से 14 वर्ष के बच्चे बिना किसी डर के कोरोना टीके की डोज लगवाते दिखे। उल्लेखनीय है कि इस आयुवर्ग के पात्र लाभुकों के टीकाकरण की शुरुआत जिले में गत 16 मार्च को हुई थी। कुल एक लाख तीन हजार 363 बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस आयुवर्ग के बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन की दो खुराक 28 दिन के अंतराल पर दी जानी है।


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कोरोना से बचाव का दिया संदेश
---- टीका लगाने के बाद शहरी क्षेत्र वार्ड संख्या 31 के निवासी 12 वर्षीय रिशन्त सिन्हा ने कहा कि उसे केंद्र पर आकर टीके की पहली डोज लगवा ली है। कहा कि टीका लेने में किसी प्रकार का खतरा नहीं है। कहा कि उसने टीका लगवाकर अपनी जिम्मेवारी निभाई है। उसने कहा कि उसके उम्र के सभी लोग टीकाकरण केंद्र पर आकर टीका जरूर लगवायें। वैक्सीन लगवाने में कोई डर की बात नहीं है।रिशन्त सिन्हा ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाना बहुत जरूरी है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया कि पोर्टल पर दर्ज किये गए आंकड़ों के अनुसार 12 से 14 आयुवर्ग की श्रेणी में लगभग 8104 हजार किशोर-किशोरियों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन की पहली डोज लगायी जा चुकी है।

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