पढ़ाई का मतलब डिग्री नहीं, ज्ञान प्राप्त करना है

जासं, खगड़िया : महिला महाविद्यालय की एनएसएस इकाई की ओर से आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन मंगलवार को हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में अर्थशास्त्री डा. अनिल ठाकुर मौजूद थे। कार्यक्रम पदाधिकारी डा. शोभा रानी ने सात दिवसीय विशेष शिविर का ब्योरा पेश किया। उन्होंने इस दौरान चलाए गए कार्यक्रमों की जानकारी दी। जबकि स्नेहा और प्रिशा ने शिविर के अपने अनुभवों को साझा किया।

इस मौके पर डा. अनिल ठाकुर ने कहा कि आपको जाब सीकर नहीं बल्कि जाब क्रिएटर बनना चाहिए। डा. ठाकुर ने बताया कि पढ़ाई का तात्पर्य सिर्फ कागज की डिग्री प्राप्त करना नहीं बल्कि ज्ञान प्राप्त करना है। जब कोई ज्ञान प्राप्त करता है, तब उसे अच्छा क्या है और बुरा क्या है इसका ज्ञान तो होता ही है साथ ही साथ एक अच्छी जिदगी कैसे जिए इसका भी व्यवहारिक ज्ञान होता है। उन्होंने छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ स्टार्टअप आदि के जरिए आत्मनिर्भरता के भी गुर सिखाए।

इस अवसर पर स्वयं सेविकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। जिसमें प्रिशा, वंदना, कोमल, दीक्षा, शोभना, पूजा, शीतल आदि की प्रस्तुति सराहनीय रही। शिविर में अपनी सहभागिता निभाने वाली सभी स्वयं सेविकाओं को प्रमाण पत्र दिया गया। प्रभारी प्राचार्य डा. सुशीला कुमारी ने कार्यक्रम पदाधिकारी एवं स्वयं सेविकाओं को शिविर के सफल संचालन हेतु धन्यवाद दिया। समाज को जागृत करने का संदेश दिया। मंच संचालन प्रो. अकील अहमद ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. चंद्रिका प्रसाद सिंह ने किया। इस मौके पर डा. किरणमाला वर्मा, डा. नूतन, डा. अरुण कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

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