भंजहा रोग की रोकथाम के लिए आरंभ हुआ टीकाकरण

जागरण संवाददाता, खगड़िया : पशुओं में भंजहा (एफएमडी) बीमारी की रोक-थाम को लेकर जिले में रिग वैक्सीनेशन कार्य आरंभ किया गया है। डीएम आलोक रंजन घोष के निर्देश पर पशुपालन विभाग की ओर से जिले के छह प्रखंडों में टीकाकरण कार्य मंगलवार से आरंभ किया गया। जबकि बेलदौर प्रखंड में टीकाकरण कार्य आरंभ नहीं किया गया है। जिले में इन दिनों पशुओं में फुट एंड माउथ डिजीज, (एफएमडी) तेजी से फैल रहा है। गोगरी के दुखाटोला में कई पशुओं की मौत भी हुई है। इस रोग को स्थानीय भाषा में भंजहा भी कहा जाता है। इसके प्रसार की रोक थाम को लेकर यह टीकाकरण का कार्य जिले में आरंभ किया गया है। जिले को 50 हजार वैक्सीन की डोज कराई गई है उपलब्ध


जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. मोइनुद्दीन ने बताया कि खगड़िया जिला में भंजहा रोग पशुओं में फैल रहा है। जिसकी रिपोर्ट बाद जिला को इसके लिए रिग वैक्सीन की 50 हजार डोज उपलब्ध कराई जा चुकी है। बेलदौर प्रखंड को छोड़कर शेष प्रखंडों में इस बीमारी के प्रसार की सूचना प्राप्त हुई है। जिसे लेकर इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए जिला के छह प्रखंडों के लगभग 40 पंचायतों में रिग वैक्सीनेशन कराई जा रही है। रिग वैक्सीनेशन का मुख्य उद्देश्य है कि बीमारी के उद्गम वाले जगह को छोड़कर यह संक्रमण आगे न फैले। पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि खगड़िया जिला को अप्रैल माह के अंत तक वैक्सीन की तीन लाख डोज प्राप्त हो सकेगी। जिससे पूरे जिले में लगभग 90 प्रतिशत गाय और भैंस का टीकाकरण हो जाएगा। जाने भंजहा के लक्षण
इस बीमारी में पशुओं के मुंह में छाले और पैर में जख्म हो जाता है। इस बीमारी के कारण दुधारू पशुओं में दूध का उत्पादन तुरंत ही कम हो जाता है। जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। टीकाकरण हो जाने के उपरांत पशुओं में इस बीमारी से लड़ने की क्षमता आ जाती है। वैक्सीनेशन से पशुपालक इस बीमारी से अपने दुधारू पशुओं को बचा सकेंगे।

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