औचक निरीक्षण में जैसे-तैसे संचालित होता मिला आंगनबाड़ी केंद्र

जागरण संवाददाता, खगड़िया: डीडीसी अभिलाषा शर्मा ने बुधवार को अलौली प्रखंड में विभिन्न जगहों पर पहुंच मनरेगा सहित अन्य योजना के संचालन कार्य का औचक निरीक्षण किया। जिससे हड़कंप मचा रहा। औचक निरीक्षण में कई खामियां उजागर हुई। डीडीसी ने अलौली प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ आवास प्लस संबंधित शिकायतों की भी जांच की। डीडीसी ने अलौली के हरिपुर में आइसीडीएस के तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 273 एवं 274 का औचक निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण में केंद्र संख्या 273 में एक भी बच्चे निर्धारित पोशाक में नहीं थे। जिसे लेकर सेविका को सख्त हिदायत दी गई। वहीं उन्होंने सेविका से स्टाक पंजी और टीकाकरण पंजी की मांग की, जो सेविका उपलब्ध नहीं करा सकी। केंद्र पर कोई पंजी नहीं था। केंद्र केवल एक कमरे में छप्पर डालकर चलाया जा रहा था। जो किराए का बताया गया। केंद्र पर अन्य सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। बच्चे के पठन पाठन स्थल के पास ही चूल्हा पर खाना पकाया जा रहा था। भोजन भी मेनू के अनुसार बनता नहीं दिखा। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 274 में केंद्र का बोर्ड तक नहीं लगा था। स्टाक व अन्य पंजी नहीं थी। यह केंद्र टीन के शेड में संचालित दिखा। जहां आसपास काफी गंदगी फैली दिखी। जिसे देख डीडीसी ने नारजागी जताई। उन्होंने मौके पर उपस्थित आइसीडीएस डीपीओ सुनीता कुमारी को हरिपुर पंचायत के शेष आंगनबाड़ी केंद्रों का स्थलीय जांच करते प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। केंद्रों में साफ-सफाई, मेनू पालन, आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ विभिन्न पंजियों के संधारण का भी निर्देश दिया। निरीक्षण में अनुपस्थित चिकित्सक व कर्मी का वेतन स्थगित करने का निर्देश आंगनबाड़ी केंद्र के बाद डीडीसी ने हरिपुर स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया। जहां प्रतिनियुक्त चिकित्सक के अलावा कई कर्मी अनुपस्थित पाए गए। सेंटर में चारों ओर गंदगी के साथ न्यू बोर्न चाइल्ड सेंटर में भी कचरा दिखा। यहां रेडिएंट वार्मर एवं अन्य उपयोगी मशीन उपलब्ध नहीं थे। निरीक्षण में प्रसव उपरांत बच्चों का टीकाकरण भी नहीं किया गया था। वहीं लाग बुक सहित अन्य पंजी भी उपलब्ध नहीं कराया गया। सेंटर का यह हाल देख डीडीसी ने नाराजगी जताई। उन्होंने अनुपस्थित चिकित्सक व कर्मी के बुधवार का वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया। उन्होंने रोगियों से भी बात की। जिसमें रोगियों को जलपान एवं भोजन नहीं दिए जाने की बात सामने आई। प्रसव कक्ष में जाकर कक्ष का निरीक्षण किया। जिसमें गंदगी एवं बदबू फैली हुई थी। सेंटर में जिला स्तर पर उपलब्ध कराया गया आक्सीजन कंसंट्रेटर सहित अन्य उपकरण डब्बे में ही बंद रखा मिला। जिसका उपयोग नहीं किया गया था। गंदगी व भोजन को लेकर संबंधित संवेदक एजेंसी को सख्त हिदायत दे, व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया।


उसके बाद डीडीसी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अलौली का भी औचक निरीक्षण किया। यहां भी काफी गंदगी पाई गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अनुपस्थित थे। पूछने पर जानकारी दी गई कि वे प्रशिक्षण के लिए गए हुए हैं। वहीं अन्य चिकित्सक भी अनुपस्थित थे। बेड पर बेडशीट भी दिन के हिसाब से नहीं बदले गए थे। उन्होंने बेडशीट रोज बदलने के साथ नवजात शिशु को डिस्चार्ज करने से पूर्व टीका लगाने का निर्देश दिया। दो अनुपस्थित चिकित्सकों के साथ संगणक सह लिपिक मनीष कुमार से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। ये थे मौजूद
औचक निरीक्षण के दौरान आइसीडीएस डीपीओ सुनीता कुमारी, जिला पीएमयू लीड यशपाल, बीडीओ मनीष कुमार, सीडीपीओ विनीता कुमारी, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद, मनरेगा पीओ सहित सभी संबंधित कर्मी उपस्थित थे।

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