कोरोना काल में भी नहीं टूटा हौंसला, आठ वर्षों में 139 टापर

संवाद सहयोगी, जमुई : सिमुलतला आवासीय विद्यालय अब किसी पहचान की मोहताज नहीं है। टापर की फैक्ट्री कहे जाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने इस बार भी मैट्रिक परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया है कि उनका कोई सानी नहीं है। 2021 में कोरोना के कारण विद्यालय बंद रहने के बावजूद छात्र-छात्राओं का हौसला टूटा नहीं और उन्होंने 2022 की मैट्रिक परीक्षा में टाप 10 में स्थान बनाने में कामयाब रहे। इस वर्ष के परीक्षा परिणाम अपेक्षाकृत कम रहे, परंतु विद्यालय के बच्चे अपनी प्रतिभा व मेहनत के बल पर विद्यालय की प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब रहे हैं। 2015 से लेकर अब तक सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने 139 टापर्स दिए हैं। इसी रिजल्ट के बल पर पूरे देश में सिमुलतला आवासीय विद्यालय टापर्स की फैक्ट्री के नाम से जाना जा रहा है।


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लाकडाउन में भी नहीं टूटा हौंसला
कोविड-19 को लेकर वर्ष 2020 और 2021 में लाकडाउन के दौरान शिक्षण संस्थान पूरी तरह बंद कर दिए गए थे। सिमुलतला आवासीय विद्यालय के बच्चे भी अपने घरों को लौट गए थे। इस दौरान विद्यालय ने वर्ष 2020 तथा 2021 में महीनों तक आनलाइन पढ़ाई की सुविधा बच्चों को प्रदान की। इसके बाद जनवरी महीने में सभी बच्चों को एक महीने का क्लासेस देकर बच्चों की समस्याओं को दूर किया। नतीजतन, 2020 के मैट्रिक रिजल्ट की तुलना में 2021 में विद्यालय ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए टाप-10 में 14 छात्र-छात्राओं के साथ जगह बनाई, जबकि वर्ष 2022 में पांच छात्र-छात्रा टाप 10 में जगह बनाने में सफल रहे।
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विद्यालय का वर्षवार परिणाम
वर्ष 2015 में 31 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2016 में 42 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2017 में 12 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2018 में 16 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2019 में 16 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2020 में 3 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2021 में 14 छात्र-छात्राएं टापर
वर्ष 2022 में 5 छात्र-छात्राएं टापर

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