मनिहारी फेरी सेवा की रफ्तार पर परवाना का ब्रेक

राजीव कुमार, पूर्णिया। मनिहारी- साहिबगंज फेरी सेवा के संचालन पर परवाना का ब्रेक लग गया है। मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा का एक अप्रैल 2022 से नई बंदोबस्ती के तहत संचालन किया जाना था मगर इस बार बंदोबस्ती के डीड के निबंधन के नए पेंच ने इस मामले को उलझा दिया है। अब फेरी सेवा की बदोबस्ती लेने वाली नाव संचालन समिति को बंदोबस्ती की राशि 8. 52 करोड़ का छह प्रतिशत स्टांप ड्यूटी शुल्क एवं दो फीसदी निबंधन शुल्क यानी 68. 16 लाख की राशि निबंधन कार्यालय में जमा कराकर बंदोबस्ती के डीड का निबंधन कराना होगा। इस निबंधन के बाद ही फेरी सेवा की बंदोबस्ती लेने वाली सहकारी संस्था को फेरी सेवा के परिचालन का परवाना निर्गत किया जाएगा। इसके पूर्व की बंदोबस्ती का कार्यकाल 31 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है। नई बंदोबस्ती का परवाना निबंधन के कारण नहीं निर्गत किए जाने के कारण एक अप्रैल 2022 से फेरी सेवा के दौरान यात्री जहाज के परिचालन पर भी पूरी तरह से रोक लग जाएगा। 24 मार्च की रात फेरी सेवा के दौरान जहाज से गिरकर कई पत्थर लदे ट्रकों के गंगा में गिर जाने के बाद से मालवाहक जहाजों का परिचालन पूरी तरह से बंद है। अब नई बंदोबस्ती का अब तक परवाना निर्गत नहीं होने से फेरी सेवा के जारी रहने पर संकट खड़ा हो गया है। मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा से हर दिन हजारों लोग आवागमन करते हैं। फेरी सेवा बंद होने का असर इन यात्रियों के आवागमन पर पड़ने की संभावना है।


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इसके पूर्व फेरी सेवा की बंदोबस्ती के निबंधन में बरती गई है धांधली
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मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा के पूर्व की बंदोबस्ती के दौरान नियमों को ताक पर रखकर बंदोबस्ती के डीड का निबंधन किया गया है। पूर्व के बंदोबस्ती के निबंधन के दौरान बंदोबस्ती की रकम पर ना तो स्टांप ड्यूटी वसूल किया गया है और ना निबंधन शुल्क लिया गया है। बताया जाता है कि जमीन के निबंधन की दर के आधार पर बंदोबस्ती के डीड का निबंधन कर पूर्व के निबंधन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने का काम किया है। इस बार निबंधन विभाग ने भी इस मामले में सख्ती दिखाते हुए बंदोबस्ती की राशि का आठ फीसदी जमा करने के बाद ही निबंधन करने की बात कही है। बताया जाता है कि पूर्व के फेरी सेवा के बंदोबस्ती के निबंधन की अगर जांच कराई जाए तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। वहीं इस बार बंदोबस्ती की रकम पूर्व के वर्षों की अपेक्षा 43 गुणा अधिक होने के कारण निबंधन में मोटी रकम बंदोबस्ती लेने वाली संस्था को खर्च करना पड़ रहा है।
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फेरी सेवा के नई बंदोबस्ती में यात्री किराया व मालवाहक वाहनों का किराया तय करना होगी बड़ी चुनौती
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फेरी सेवा के नए बंदोबस्ती में जितनी अधिक राशि में बंदोबस्ती हुई है उसमें मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा के दौरान यात्री किराया एवं पत्थर सहित अन्य सामान ढोने वाले ट्रकों का किराया तय करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। इसके पूर्व फेरी सेवा की बंदोबस्ती जिस राशि में होती थी उससे कई गुणा अधिक में इस बार मनिहारी - साहिबगंज फेरी सेवा की बंदोबस्ती हुई है। ऐसे में जब 20 से 25 लाख में फेरी सेवा की बंदोबस्ती होती थी तो यात्री किराया एवं ट्रकों से वसूले जाने वाले किराए को लेकर कई बार विवाद और प्रशासन को शिकायत मिलती रही है। अब जबकि फेरी सेवा की बंदोबस्ती 8. 52 करोड़ में हुई है तो इसका असर ट्रकों को पार कराने एवं यात्री किराया पर कितना पड़ेगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। किराया को नियंत्रित करना भी प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
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कोट के लिए
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फेरी सेवा की बंदोबस्ती के निबंधन बाद ही बंदोबस्ती लेने वाली नाव संचालन समिति को फेरी सेवा के संचालन का परवाना दिया जाएगा। इसके बाद फेरी सेवा का संचालन होगा।
विजय कुमार, अपर समाहर्ता, कटिहार।
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