मच्छर के काटने से बचें, करें डेंगू से स्वयं का बचाव

संवाद सहयोगी, किशनगंज : गर्मी के मौसम में कीट, पतंगों के साथ मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे मौसम में मच्छर जनित रोगों का खतरा बना रहता है। यह जानकारी गुरुवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर दी।

उन्होंने बताया कि हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि होती है। डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। हालांकि यदि इसकी समय पर पहचान कर ली जाए, तो इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। जब डेंगू जैसे लक्षण महसूस हो तो सही पहचान के लिए ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए।

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. अनवर आलम ने बताया कि डेंगू के इलाज के लिए सदर अस्पताल में वार्ड की व्यवस्था है। डेंगू के कंफर्म मरीजों के इलाज के लिए यहां पर पूरी व्यवस्था है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखे तो वह सदर अस्पताल में आकर डाक्टर को दिखाएं। जांच में अगर डेंगू की पुष्टि हो जाती है तो उन्हें भर्ती कर यहां पर इलाज किया जाएगा।
जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डा. मंजर आलम ने बताया कि हल्के गर्मी के मौसम में डेंगू फैलने का खतरा रहता है। डेंगू के मच्छर ऐसे मौसम में ही पनपते हैं। डेंगू एक वायरल रोग है जो संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। अकेला एक संक्रमित मच्छर ही अनेक लोगों को डेंगू रोग से ग्रसित कर सकता है। इस रोग से बचने के लिए घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। जलजमाव नहीं होने दें और मच्छरदानी लगाकर जरूर सोएं।

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