कृषि फीडर में आठ घंटे बिजली आपूर्ति से किसान परेशान

संस,केनगर (पूर्णिया)। प्रखंड क्षेत्र में फसलों को बिजली से सिचाई करने वाले किसानों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ सरकार किसानों को सस्ती एवं समयानुसार फसलों में सिचाई के लिए बिजली उपलब्ध कराने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर बिजली विभाग सिचाई के लिए मात्र आठ घंटे बिजली देकर सरकार के दावे को खोखला साबित कर रहा है।

नगर पंचायत चंपानगर के किसान रींकू कुमार, प्रवेश कुमार, एकलव्य कुमार, अमोद मंडल, सुधीर कुमार, रवि मेहता, रण विजय मेहता आदि बताते हैं कि सिचाई के लिए निर्वाध आठ घंटे भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पाता है। बीच-बीच में कई बार बिजली कट भी जाती है जिससे किसानों को एक बीघा मक्का खेत पटवन करने में 10 से 14 घंटा तक लग जाता है। जिससे किसानों को अधिक समय लगने के साथ फसलों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। किसान बताते हैं कि विभाग द्वारा कृषि फीडर में सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक बिजली दी जाती है जो पर्याप्त नहीं है।

किसानों को कृषि फीडर में बिजली की आपूर्ति 24 घंटा तक चाहिए। 24 घंटा तक बिजली मिलने से किसान कभी भी अपने फसलों की सिचाई कर सकेंगे। कुछ किसानों का कहना था कि सरकार अगर 24 घंटा बिजली उपलब्ध कराने में सक्षम नहीं है तो कम से कम 12 घंटे बिजली उपलब्ध करा देती है तो किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। कृषि फीडर में मात्र आठ घंटे बिजली मिलने को लेकर विभाग के सहायक अभियंता जयराज ने बताया कि कृषि के लिए बिजली की आपूर्ति अनुदानित दर पर दी जाती है जिससे विभाग को नुक़सान उठाना पड़ता है। कृषि फीडर में 24 घंटा बिजली देने से रात्रि में अत्यधिक बिजली की चोरी कर ली जाती थी। विभाग द्वारा नुकसान को कम करने तथा चोरी रोकने के लिए कृषि फीडर में आठ घंटे ही बिजली आपूर्ति का निर्देश दिया गया है।

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