नहीं हुआ सुधार, नीति आयोग की रैंकिग में फिसला खगड़िया

जागरण संवाददाता, खगड़िया: आकांक्षी जिला खगड़िया में विकास व सुधार को लेकर प्रयास जारी है। बावजूद खगड़िया आकांक्षी जिलों के रैंकिग में इसबार बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका। नीति आयोग की तीन माह पर होने वाली रैंकिग में खगड़िया एक नंबर से फिसलकर सातवें नंबर पर आ पहुंचा है। बीते नवंबर माह के जारी रैंकिग में खगड़िया देश के 112 आकांक्षी जिले में पहले स्थान पर रहा था। इतना ही नहीं विभिन्न तीन बिदुओं पर खगड़िया टाप 10 में शामिल था। अब पुन: तिमाही रैंकिग में नवंबर के बाद फरवरी में खगड़िया टाप से फिसलकर सातवें स्थान पर आ गया है। वहीं विकास के विभिन्न क्षेत्र में स्वास्थ्य और पोषण को छोड़कर किसी अन्य मामले में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका है। वैसे नवंबर में प्रथम स्थान पर आने के बाद नीति आयोग की ओर से अतिरिक्त राशि जिले को प्रोत्साहन के रूप में दी गई। जिसके खर्च को लेकर प्रस्ताव भेजा गया था। विकास कार्य को लेकर नीति आयोग की ओर से लगभग 15 करोड़ की योजनाओं को मंजूरी दी गई है। जल्द राशि भी मिल जाएगी। जिससे खगड़िया को बेहतर करने का और अवसर मिल सकेगा। बहरहाल नीति आयोग की ओर से निर्धारित पांच बिदु पर और बेहतर करने की जरूरत है।


स्वास्थ्य व पोषण के मामले में जिला पांचवें नंबर पर
खगड़िया जिला स्वास्थ्य व पोषण के मामले में बीते नवंबर की रैंकिग में एक नंबर पर था। तीन माह बाद हालिया रैंकिग में स्वास्थ्य व पोषण के मामले में जिला पांचवें स्थान पर है। इसमें 6.1 अंक के सुधार के साथ जिले को 61.2 अंक मिले हैं। जबकि शिक्षा के मामले में कोई सुधार नहीं हुआ। इसमें पूर्व के 46.9 अंक यथावत रहे और इस मामले में जिला 20 वें स्थान पर है। कृषि व जल संसाधन के मामले में जिला 60वें स्थान पर है। इसमें भी कोई सुधार नहीं हुआ। इसमें पूर्व के 17.5 अंक यथावत है। वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के मामले में जिला 60वें स्थान पर है। इसमें मात्र .3 अंक के सुधार के साथ 28 अंक मिले हैं। वहीं आधारभूत संरचना के मामले में जिला देश में 94वें स्थान पर है। इस मामले में भी कोई सुधार नहीं हुआ है। पूर्व के 78.4 अंक ही हैं। जबकि जारी गत रैंकिग में जिला स्वास्थ्य व पोषण के मामले में एक नंबर पर, शिक्षा में नौंवे स्थान पर और आधारभूत संरचना में चौथे स्थान पर था।

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