17 लाख रुपये की कर्जदार हैं डीएम इनायत खान

जागरण संवाददाता, शेखपुरा:

डीएम इनायत खान पर 17 लाख रुपये का कर्ज है। यह कर्ज एलआईसी की हाउसिग लोन का है। समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए घोषित संपत्ति के ब्योरा में डीएम ने सभी तरह का उल्लेख किया है। बेवसाइट पर दर्ज ब्योरा के मुताबिक डीएम के पास लगभग एक किलो सोना है तथा बैंक में 3.50 लाख रुपये जमा है। यूपी के आगरा में एक बीएचके का एक फ्लैट है, जिसकी अनुमानित कीमत 37 लाख रुपये बताई गई है। इसके अलावे लगभग 80 लाख रुपये की अनुमानित कीमत की गैर कृषि भूमि भी है। डीएम ने एक लाख रुपये का बीमा भी कराया हुआ है। बता दें बिहार सरकार ने पारदर्शी व्यवस्था के तहत अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक से हर वित्तीय वर्ष के अंत में चल-अचल संपत्ति की घोषणा कराती है तथा उसे वेबसाइट पर सार्वजनिक करती है। आत्महत्या से आहात चिकित्सकों ने की हड़ताल

जागरण संवाददाता, शेखपुरा:
शनिवार को अचानक सदर अस्पताल शेखपुरा के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए। इस हड़ताल की वजह से सदर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। ओपीडी में इलाज के लिए आए मरीज और उनके स्वजन इलाज नहीं होने की वजह से भीषण गर्मी में इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि मानवीय आधार पर चिकित्सकों ने अस्पताल की इमरजेंसी सेवा को चालू रखा,मगर इससे आम मरीजों की परेशानी दूर नहीं हुई। सदर अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 300 लोगों का इलाज ओपीडी में होता है। शनिवार को एक भी मरीज का इलाज ओपीडी में नहीं हुआ। हड़ताल पर गए चिकित्सक बाहों पर काली पट्टी बांधकर इमरजेंसी सेवा को बहाल रखा। आईएमए के अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने बताया राजस्थान के दौसा में प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की मौत हो जाने के बाद वहां की पुलिस ने प्रसव कराने वाली महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा पर हत्या का केस दर्ज कर दिया। पुलिस की इस प्रताड़ना से तंग होकर उक्त महिला चिकित्सक को आत्महत्या करनी पड़ी। इसी के खिलाफ शनिवार को एक दिन की हड़ताल करनी पड़ी। सदर अस्पताल में हड़ताल करने वाले चिकित्सकों ने कहा कि ऐसे होगा तब तो कोई चिकित्सक इलाज ही नहीं करेगा। कोई भी चिकित्सक जानबूझकर किसी मरीज के इलाज में लापरवाही नहीं कर सकता है। चिकित्सकों ने बताया मानवीय आधार पर अस्पताल की इमरजेंसी सेवा और एसएनसीयू को निर्बाध तरीके से चालू रखा गया है। एक दिन का यह सांकेतिक हड़ताल संघ के आह्वान पर रखा गया है।

अन्य समाचार