नमो देव्यै,महा देव्यै: नशामुक्ति के लिए किरण ने छोड़ा घर परिवार

संतोष कुमार झा, ताराबाड़ी (अररिया): बिना मेहनत के तख्तो-ताज नहीं मिलते, ढूंढ लेते हैं अंधेरों में मंजिल अपनी, क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते। उक्त पंक्ति को सच साबित करने के लिए अररिया की एक बेटी ने अपने घर परिवार को छोड़कर समाज सुधार में खुद को समर्पित कर चुकी है। यह बेटी जिले के सिकटी प्रखंड के भीड़भीड़ी पंचायत के वार्ड संख्या तीन अंतर्गत राजवंशी टोला निवासी स्व. शिवनारायण करदार व शीला देवी की पुत्री किरण कुमारी है। किरण समाज में व्याप्त बुराइयों को मिटाने तथा नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए पिछले 14 वर्षों से समर्पित व संकल्पित है। किरण बताती है कि पड़ोसी देश नेपाल के सीमा से सटे उनके गांव व आसपास क्षेत्र में नशा व अवैध कारोबार चरम पर था। साथ ही इसके कारण गरीबी लोगों के बीच अभिशाप बना था। बचपन में ही नशामुक्ति के खिलाफ आवाज उठाने की टिस किरण के जहन में पनपने लगी। इसी बीच गांव के एक गीता पाठशाला में तारणी माता जी से मिली प्रेरणा को लेकर समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं नशामुक्ति के विरुद्ध 19 वर्ष के उम्र में ही आवाज उठाने लगी। इसके कारण दो वर्षों तक समाज व परिवार का खरी-खोटी भी सुननी पड़ी। वर्ष 2006 में ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़कर नशामुक्ति व तनाव मुक्त जीवन जीने की कला की गुर सीखने लगी। ब्रह्माकुमारी संस्था से प्रेरित होकर लोकलज्जा व सामाजिक ताना बाना का बगैर परवाह किए किरण वर्ष 2008 में घर से नेपाल के एक ब्रह्माकुमारी संस्था में पहुंच गई। जहां से नशा मुक्ति के विरुद्ध सेवा करनी शुरू कर दी। कुछ ही दिन बाद अररिया जिला ब्रह्माकुमारी संस्था के संचालिका बीके उर्मिला दीदी के संरक्षण में आ गई। इस क्रम में वर्ष 2008 से लगातार नशामुक्ति के लिए दिन रात एक कर काम कर रही है। किरण की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के ही स्कूल में तथा इंटरमीडिएट की पढ़ाई बरदाहा इंटर कालेज में हुई। साथ ही दर्जनों कार्यशाला के दौरान पुलिस प्रशासन को भी नशामुक्ति व तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए मुहिम भी चलाई है। इसके अतिरिक्त संस्था द्वारा पदयात्रा, गीता पाठशाला के माध्यम से महिलाओं व संस्था के भाई बहनों के बीच निरंतर नशामुक्ति के लिए अभियान चला रही है। किरण के अनुसार समाज में व्याप्त कुरीतियां एवं नशामुक्ति के कारण गरीबी व अशिक्षा का अंधियारा फैला हुआ है। स्वच्छ मन में ईश्वर वास करते हैं तथा स्वर्णिम भारत निर्माण के लिए नशामुक्ति व कुरीतियों से ऊपर उठकर काम करने की जरुरत है। किरण के इस महान त्याग से समाज में तेजी से बदलाव आ रहा है। साथ ही कार्यशैली को देखते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा कई बार इन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।


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