ताइवानी पपीते की खेती से शिवहर के किसान होंगे समृद्ध

शिवहर। शिवहर के किसान अब ताइवानी पपीते की खेती कर समृद्ध होंगे। इलाके में ताइवानी प्रजाति रेड लेडी पपीते की खेती की जाएगी। मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत 12 हजार हेक्टेयर में खेती की योजना है। विभाग द्वारा किसानों को अनुदान पर पौधे दिए जाएंगे। आनलाइन आवेदन पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पौधे मिलेंगे। वहीं इसकी खेती के लिए किसानों को ट्रेनिग दी जाएगी। पौधा लगाने से लेकर उत्पादन तक की मानीटरिग होगी। पपीते की अन्य प्रजातियों के मुकाबले रेड लेडी काफी उन्नत किस्म है। इसकी खासियत यह है कि पपीते की अन्य किस्मों में नर और मादा पौधे अलग-अलग होते हैं। इससे फल न लगने की शिकायतें अक्सर मिलती हैं। रेड लेडी किस्म में ऐसा नहीं है। इसमें नर व मादा एक ही पौधे में रहते हैं, इसलिए 100 प्रतिशत फल लगना तय होता है। एक हेक्टेयर करीब 600 क्विटल तक उत्पादन मिलता है। पपीता चार माह के भीतर फलना शुरू हो जाता है। शिवहर जैसे इलाके में सरकार खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। इसके लिए लगातार खेती के नई फसल और नए तकनीक का लाभ किसानों को दे रही है। इस क्रम में अब जिले में ताइवानी रेड लेडी पपीते की खेती की तैयारी है। मुख्यमंत्री बागवानी योजना के तहत उद्यान विभाग द्वारा जिले में तत्काल पांच हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य रखा गया है। प्रयोग सफल रहा तो 12 हजार हेक्टेयर तक इसकी खेती बढ़ाई जाएगी। पहले चरण में किसानों को अनुदान पर पौधे दिए जाएंगे। एक हेक्टेयर में 3085 पौधे लगाए जा सकेंगे। इससे 600 क्विटल तक उत्पादन होगा। जबकि, लोकल पपीते की खेती में 350 क्विटल ही उत्पादन होता है। शिवहर के किसान शंकर भारती बताते हैं कि वह इस बार ताइवानी पपीते की खेती कर किस्मत आजमाएंगे। बताया कि अब लोकल पपीते की खेती में फायदा नहीं रहा। आधे से अधिक पौधे फल नहीं देते है। इसकी अपेक्षा ताइवानी पपीता किसानों के लिए नफे का सौदा साबित होगा। सहायक उद्यान निदेशक सुधीर कुमार बताते हैं कि शिवहर में पपीते की खेती का उचित माहौल है। यहां पपीते की खेती कर किसान ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकते है। यही वजह हैं कि किसानों को ताइवानी पपीते की खेती के लिए विभाग द्वारा प्रेरित किया जा रहा है। खास बात यह कि रेड लेडी पपीते का पौधा दो साल तक उत्पादन देता है। इलाके के किसान बेहतर तरीके से खेती करें तो खुशहाली आनी तय है। बताया कि तत्काल सेंटर आफ एक्सिलेंस फार फ्रूट्स सेंटर वैशाली से 19 हजार ताइवानी रेड लेडी पपीते का पौधा मंगवाया जा रहा है।


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