महुआधाम मेले की बंदोबस्ती पर लगी रोक

संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद) : कुटुंबा के महुआधाम में लगने वाले भूत प्रेत मेले के बंदोबस्ती को लेकर ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के बीच ठन गई है। पूर्व में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग पटना के संकल्प संख्या 557/19 के आलोक में तत्कालीन सीओ के पत्रांक 936 के माध्यम से वर्ष 2019 में स्थानीय मुखिया को मेला की बंदोबस्ती के लिए निर्देश दिया गया था। तत्कालीन मुखिया कुमारी सावित्री सिंह के द्वारा वर्ष 2019 में 46,025 रुपए में मेला की बंदोबस्ती कराई गई थी। इसके बाद दो वर्षों तक कोरोना संक्रमण के कारण बंदोबस्ती नहीं कराया गया। फिर उक्त पत्र का ही हवाला देते हुए इस वर्ष वर्तमान मुखिया अनिता कुमारी के द्वारा 48,500 रुपये में मेले की बंदोबस्ती करा दिया गया। इसके बाद पंचायती राज्य पदाधिकारी सह पंचायत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी हरेंद्र कुमार चौधरी ने मंगलवार को महुआधाम मेला की बंदोबस्ती का पत्र जारी किया। बंदोबस्ती के लिए सुरक्षित राशि 52,928 रुपए निर्धारित की गई। बताया कि तीन वर्ष के बाद बंदोबस्ती की राशि का 15 प्रतिशत वृद्धि करने का प्रावधान है। 15 प्रतिशत राशि वृद्धि के बाद उक्त मेले की बंदोबस्ती की राशि बढ़कर 52928 रुपए हो जाती है। उन्होंने नियम का हवाला देते हुए बताया कि 50000 रुपए से नीचे के सुरक्षित राशि वाले मेला सैरातों के बंदोबस्ती कराने का अधिकार ग्राम पंचायत को है। जबकि 50 हजार से अधिक तथा एक लाख रुपए तक सुरक्षित राशि वाले मेला तथा सैरात की बंदोबस्ती पंचायत समिति द्वारा कराया जाता है। बताया कि तीन वर्ष के बाद बंदोबस्ती की राशि 50 हजार से अधिक होने के बाद उक्त में लेकर बंदोबस्ती कराने के लिए पंचायत समिति द्वारा पत्र निर्गत किया गया था। लेकिन अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इसे स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद ने बीपीआरओ को पत्र भेजकर तत्काल प्रभाव से बंदोबस्ती की कार्रवाई स्थगित करने का निर्देश दिया है तथा कार्यालय पहुंचकर अपना पक्ष रखने को कहा है। इधर प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इस संबंध में वरीय अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है। बताया कि मेले की बंदोबस्ती में तीन साल के बाद बढ़ने वाली सुरक्षित राशि को बढ़ाया नहीं गया है। जिससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। मार्गदर्शन प्राप्त होने के बाद नए सिरे से मेले की बंदोबस्ती कराई जाएगी। डीपीआरओ मंजू प्रसाद ने बताया कि बीडीओ व पंचायत समिति के बीच विवाद बढ़ने के बाद पंचायत समिति की बंदोबस्ती को बाधित कर दिया गया है।


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