चार वर्ष में कैंसर से 90 लोगों की हुई मौत, 25 का चल रहा इलाज

संसू, सत्तरकटैया (सहरसा): प्रखंड का सत्तर ऐसा पंचायत है जहां कैंसर से लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं। 10 हजार आबादी वाले सत्तर पंचायत के सहरवा, मेनहा, खोनहा, खादीपुर, सत्तर एवं कटैया गांव में चार वर्षों से दिन व दिन कैंसर पीड़ितों की बढ़ती जा रही है। चार वर्षों में कैंसर रोग से 90 लोगों की मौत हो चुकी है। इस रोग से पीड़ित 25 लोगों का इलाज जारी है। लीवर कैंसर से पीड़ित सहरवा निवासी रामानंद यादव एवं उनके पत्नी फुलो देवी की मौत तीन माह पूर्व हो गई है। इसके अलावा इसी गांव के लीवर कैंसर से पीड़ित 75 वर्षीय धर्मी यादव , 48 वर्षीय यशोधा देवी , 50 वर्षीय छेदी यादव , 55 वर्षीय अवध यादव समेत 12 लोगों की मौत कैंसर रोग से हो गई है। लीवर कैंसर से पीड़ित मेनहा के देव नारायण यादव की दो माह पूर्व मौत हो गई। जबकि विनो सादा की मौत छह माह पूर्व हुई है। इसी गांव के 50 वर्षीय सत्यनारायण यादव , 45 वर्षीय तेज नारायण यादव, 48 वर्षीय महावीर यादव, 53 वर्षीय राम सकल यादव, 55 वर्षीय राजेंद्र यादव समेत 18 लोगों की मौत कैंसर से हो चुकी है। पंचायत के खादीपुर गांव में कैंसर से राजकुमार महतो की मौत चार माह पूर्व हो गई उनके पुत्र रवि कुमार की मौत दो माह पूर्व हो गई। इसके अलावा 45 वर्षीय अमरेंद्र यादव , 44 वर्षीय हीरा यादव समेत 15 लोगों की मौत कैंसर रोग से हो गई है। खोनहा गांव के 45 वर्षीय सुरेश यादव , 38 वर्षीय बलों यादव समेत 15 लोगों की मौत कैंसर से होने की बात सामने आई है। सत्तर गांव के लीवर कैंसर से पीड़ित 42 वर्षीय राज किशोर साह , 58 वर्षीय सत्तार मियां , 80 वर्षीय कमलेश्वरी यादव समेत 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कटैया गांव में कैंसर रोग से 58 वर्षीय रेशमा देवी , 50 वर्षीय शिव नारायण यादव समेत 10 लोगों की मौत होने की बात स्थानीय लोगों ने बताया। जबकि कैंसर रोग से पीड़ित सत्तर के रिकू देवी समेत सात, खादीपुर के मीरा कुमारी एवं शांति देवी समेत छह , कटैया गांव के बेचनी देवी समेत चार, सहरवा के तीन एवं मेनहा के पांच कैंसर पीड़ितों का इलाज विभिन्न संस्थानों से चल रही है।


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दो बार लग चुका है मेडिकल कैंप
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सत्तर पंचायत में कैंसर रोग से लगातार हो रहे मौत एवं पीड़ितों की बढ़ती संख्या को ले स्थानीय लोगों की मांग पर सहरवा स्थित विदा धर्मी प्राथमिक विद्यालय परिसर में दो मार्च 2020 में आइजीएमएस पटना के चिकित्सक टीम द्वारा कैंप लगा लोगों की जांच किया गया था। 25 फरवरी 2020 में पीएचसी पंचगछिया के चिकित्सकों की टीम द्वारा लोगों की जांच किया गया था।

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