शिक्षा के प्रति डा. कुमारी प्रियंका ने किया जीवन समर्पित

संवाद सहयोगी, किशनगंज : समाज में रहने वाली बालिकाओं को अपनी तकदीर बदलनी हो तो उन्हें मैट्रिक की पढ़ाई के बाद उच्च शिक्षा अवश्य ग्रहण करनी चाहिए। जिससे कि एक सभ्य और शिक्षित समाज का निर्माण हो सके। यह बातें आरके साहा महिला कालेज की प्राचार्या डा. कुमारी प्रियंका आर्या ने कही।

वह बताती हैं कि शिक्षा के प्रति जीवन समर्पित करने का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ना है। जिससे कि जरूरत पड़ने पर बालिकाएं स्वयं ही अपने हक और अधिकार की रक्षा के लिए आवाज बुलंद कर सकें। सही मायने में महिला सशक्तीकरण का प्रथम अध्याय शिक्षा को ही माना जाता है। डा. कुमारी प्रियंका मनोविज्ञान विषय में एमए की डिग्री लेने के बाद पीएचडी की। इसी क्रम में आरके साहा महिला कालेज के प्राचार्य पद नियुक्त हुई। वर्ष 2008 से लेकर 2021 की अवधि में 16 हजार छात्राओं को सफलतापूर्वक मार्गदर्शन करने में सफल रही। इनमें विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय की छात्राएं शामिल हैं। वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के साथ जरुरत पड़ने पर मार्गदर्शन करने में भी लगी हूं। इसी का परिणाम है कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए सत्र 2021-22 में दो हजार से अधिक छात्राएं अपना नामांकन करवाई। मेरे 14 वर्ष के कार्यकाल में कालेज में भवन कक्ष के निर्माण से लेकर पढ़ाई के बेहतर इंतजाम किए हैं। परिवार के सभी सदस्यों का हमेशा ही सकारात्मक सहयोग मिलता रहा है। इसी का परिणाम है कि आज मैं इंटर कालेज में प्राचार्य के पद पर कार्य कर छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए हर संभव कार्य करने में लगी हूं।

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