पंचायतों में 11 से 17 अप्रैल तक मनाया जाएगा आइकोनिक सप्ताह

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पंचायती राज विभाग आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अप्रैल तक सभी पंचायतों में आइकोनिक वीक मनाएगा। इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने डीएफओ, डीडीसी, डीईओ, डीएओ सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश जारी किया है। इस दौरान पंचायत स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम व समारोहों का आयोजन किया जाएगा।

जारी पत्र में कहा गया है कि आगामी 14 अप्रैल को सभी पंचायतों में प्रथम विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाना है। इस सभा में सतत विकास के लक्ष्यों से संबंधित नौ विषयों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा साथ ही सबों को इसका अनुपालन कराने का संकल्प दिलाया जाएगा। वहीं 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर पंचायतों में दूसरी ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रथम ग्राम सभा में लिये गये संकल्पों को आगामी एक वर्ष में पूरा करने का शपथ सभी पंचायती राज प्रतिनिधियो, अधिकारियों, कर्मियों एवं ग्रामीणों को शपथ दिलाया जाएगा। ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवं जिला परिषद स्तर पर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, जल संचय, विद्युतीकरण, महिला एवं वाल विकास के लिए प्रयास, लैंगिक समानता, सामुदायिक परिसंपत्तियों का रख-रखाव आदि के लिए आम जनों को जागरूक करने को लेकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत कार्यशाला, संगोष्ठी, प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक, वाल पेंटिग, पोस्टर व क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। डीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों को सभी नौ सतत विकास लक्ष्यों का ग्राम सभा में प्रस्तुतीकरण की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

नौ थीम जिस पर संकल्प लिया जाना है
--------------------------
1. एक गरीबी मुक्त पंचायत का निर्माण। ऐसा गांव जहां सभी के लिए बेहतर आजीविका के साथ विकास और समृद्धि हो।
2. सभी उम्र के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन और कल्याण सुनिश्चित करना।
3. सभी बच्चों को उत्तरजीविता, विकास, भागीदारी और सुरक्षा के अधिकारों का आनंद लेने में सक्षम बनाना।
4. सभी घरों में स्वच्छ जल की नल से आपूर्ति, पानी का प्रबंधन, कृषि के लिए जल की उपलब्धता और जल संरक्षण।
5.प्राकृतिक प्रचूरता के साथ हरा-भरा गांव, ग्रीन उर्जा का उपयोग, पर्यावरण की रक्षा सुनिश्चित करना।
6. आत्मनिर्भर बुनियादी ढाचें का निर्माण।
7. सभी योग्य व्यक्ति सामाजिक सुरक्षा सुविधाओं से आच्छादित हो।
8. विभिन्न योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करना तथा सभी निवासियों को उत्तरदायी सेवा प्रदान करना।
9. सुरक्षित वातावरण में महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना व लैंगिक समानता सुनिश्चत किया जाना।

अन्य समाचार