महावीरी ध्वजा से पटा मंदिर, घर व आंगन

संसू, नवहट्टा (सहरसा)। रामनवमी के अवसर पर भगवान श्रीराम के साथ-साथ लोगों ने रामभक्त हनुमान की पूजा की। लोग अपने-अपने घरों में महावीरी झंडा लगाया । इसके अलावा चौक चौराहे पर बजरंगबली स्थान एवं अन्य मंदिरों में भी ध्वज पताका लहराया गया।

महावीरी ध्वज के बारे में पंडित बमबम झा कहते हैं कि सनातन धर्म में ध्वजा का विशेष महत्व और आस्था है । ध्वज की छत्र छाया में पर्यावरण के शुद्धिकरण से सभी को लाभ मिलता है।
घर पर ध्वजा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। झंडा या ध्वजा को वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम दिशा में जरूर लगाना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उत्तर-पश्चिम कोण यानी वायव्य कोण में राहु का निवास होता है । ध्वजा या झंडा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक और दोष का नाश होता है । घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है । घरों में पीला सिदूर, लाल या केशरिया रंग के कपड़े पर स्वास्तिक या ऊं या हनुमानजी का चित्र लगा हुआ झंडा लगाना चाहिए । इससे सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।

वहीं, रविवार को महिषी प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण धार्मिक माहौल में रामनवमी का पर्व मनाया गया ।इस दौरान जगह जगह हो रहे रामधुनी ,संकीर्तण के अतिरिक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम ने वातावरण को भक्तिमय बनाए रखा ।इस अवसर पर महिषी ,बलुआहा व झाड़ में मेला का आयोजन किया गया ।मेला के दौरान महिसरहो व झाड़ा तथा महिषी स्थित ठाकुरबाड़ी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

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