तटबंध की सुरक्षा के लिए अपनाई जाएगी अत्याधुनिक तकनीक

संसू, नवहट्टा (सहरसा) : हर साल आनेवाली बाढ़ से तटबंधों की दीर्घकालिक सुरक्षा और कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग बाढ़ प्रक्षेत्र में एक-एक योजना में अत्याधुनिक तकनीक को अपनाएगा। नई एवं अत्याधुनिक तकनीक को अलग-अलग योजनाओं में प्रयोग के तौर पर लागू करने की योजना बनाई गई है।

इसके लिए बिहार के सभी आधे दर्जन बाढ़ प्रक्षेत्र में एक-एक योजना का चयन किया गया है। वीरपुर बाढ़ प्रक्षेत्र के सुपौल जिले में चोरहर, निर्मली में चल रही बाढ़ एवं कटाव से सुरक्षा की योजनाओं में प्रयोग के तौर पर नई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही कटिहार बाढ़ प्रक्षेत्र के भागलपुर जिले में गंगा के बाएं किनारे इस्माइलपुर बिदटोली तटबंध पर, समस्तीपुर बाढ़ प्रक्षेत्र के दरभंगा जिले में खिरोई नदी के बाएं तटबंध पर, मुजफ्फरपुर बाढ़ प्रक्षेत्र के वैशाली जिले में बेलहा बसंत तटबंध पर, गोपालगंज बाढ़ प्रक्षेत्र के गोपालगंज जिले में पतहारा छरकी में, पटना बाढ़ प्रक्षेत्र के बक्सर जिले में धर्मस्थपुर में बाढ़ एवं कटाव से सुरक्षा की योजनाओं में प्रयोग के तौर पर नई तकनीक का उपयोग किया जाएगा। नई तकनीक को पहली बार जिओ मैट्रेस बिछाने का कार्य, जिओ टेक्सटाइल फिल्टर और जिओ टेक्सटाइल ट्यूब का उपयोग, थ्रीडी से बने जियो सिथेटिक मैट्रेस से स्लोप प्रोटेक्शन कार्य और लांच अप्रान का निर्माण इत्यादि शामिल हैं। कोट नई व अत्याधुनिक तकनीक प्रायोगिक तौर पर बाढ़ सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाएगा । वीरेंद्र कुमार , कनीय अभियंता , जल संसाधन विभाग

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