प्रमुख की जांच में खुली आंगनबाड़ी केंद्र की पोल

संवाद सूत्र, सरौन (जमुई)। चकाई प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन की स्थिति की पोल उस समय खुल गई जब प्रखंड प्रमुख उर्मिला देवी चंद्रमंडीह पंचायत जांच के लिए पहुंची। जानकारी देते हुए प्रमुख ने बताया कि सोमवार को जांच के क्रम में चंद्रमंडी पंचायत के वार्ड सं. 7 भाग 3 में अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 254 में ताला लटका हुआ था।

इस केंद्र पर सेविका के रूप मे सीमा कुमारी एवं सहायिका के रूप मे रीता देवी कार्यरत है। साथ ही वार्ड सं. 8 के भाग सं. 2 में अवस्थित केंद्र संख्या 227 भी बंद पाया गया। यहां सेविका के पद पर काजल कुमारी एवं सहायिका के पद पर मंजू देवी कार्यरत है। प्रमुख ने बताया कि स्थानीय मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य ने भी आरोप लगाया है कि उक्त दोनों ही केंद्र बराबर बंद रहता है। जांच के क्रम में धावाटांड गांव के वार्ड सं. 10 में अवस्थित केंद्र सं. 93 खुला था लेकिन कुल नामांकित 40 बच्चों में महज चार बच्चे ही उपस्थित थे। इतना ही नहीं, जब माह अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक के टीएचआर पंजी की जांच की गई तो पाया गया कि वितरण पंजी में बच्चे को दिए गए राशन की मात्रा अंकित नहीं है। साथ ही सेविका ने उर्मिला देवी ने बताया कि सहायिका हसीना देवी वर्षो से गायब है। कई बार विभाग को सूचना देने के बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि उसका वेतन अभी भी जारी है। धावाटांड वार्ड सं. 11 केंद्र सं. 223 खुला तो था पर एक भी बच्चा उपस्थित नहीं था। साथ ही सहायिका नेमिया देवी भी अनुपस्थित थी। बच्चे के उपस्थित नहीं होने का कारण पूछे जाने पर सेविका रीता कुमारी ने बताया कि रामनवमी के कारण बच्चे उपस्थित नहीं हुए हैं। प्रमुख ने बताया कि चकाई मे आगे भी आंगनबाड़ी केंद्र की जांच लगातार जारी रहेगी। इस संबंध में पूछे जाने पर सीडीपीओ इंदू देवी ने बताया कि उन्हें केंद्र बंद होने की जानकारी नहीं है। साथ ही सहायिका के लंबे समय तक अनुपस्थित रहने के बाद भी वेतन भुगतान होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि वेतन भुगतान हो रहा है या नहीं, इसका पता जांच करने के बाद ही चल पाएगा। इस मौके पर पंचायत समिति प्रतिनिधि सचिन पासवान, वार्ड सदस्य मनोज कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।

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