राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना से वंचित हो रही जिले की सैकड़ों विधवाएं

संवाद सहयोगी, जमुई। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय एवं समाज कल्याण विभाग के निर्देशन में सामाजिक सुरक्षा के तहत कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए कमाऊ सदस्य के मौत होने पर जीविकोपार्जन को लेकर आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना का संचालन किया जा रहा है। इस महत्वकांक्षी योजना के तहत मृतक के विधवाओं को जीविकोपार्जन एवं घर गृहस्थी चलाने को लेकर योजना के तहत 20 हजार रुपए की आर्थिक सहयोग देने का प्राविधान है। पर आलम यह है कि व्यवस्थागत खामियां एवं विभागीय उदासीनता के कारण यह योजना आज भी जिले के सैकड़ों विधवाओं के लिए कल्याणकारी साबित नहीं हो रहा है। सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के तहत राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना को लेकर जारी आंकड़े के अनुसार जिले के सभी 10 प्रखंडों में महज 352 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें 306 आवेदन को स्वीकृत किया गया है। 269 लाभुकों को योजना के तहत राशि का भुगतान किया गया है। जबकि दर्जनों विधवाएं राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना के तहत आर्थिक सहायता को लेकर प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रही है।


लक्ष्मीपुर प्रखंड के एक भी विधवाओं को नहीं मिला योजना का लाभ सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा प्राप्त आंकड़े के अनुसार जिले के सभी प्रखंडों में वित्तीय वर्ष 2021-22 के तहत सर्वाधिक झाझा प्रखंड से 94 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 83 आवेदन को विभिन्न स्तरों पर जांच उपरांत भुगतान के लिए स्वीकृत किया गया। जबकि राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना के तहत जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड से मात्र 2 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें अब तक एक भी विधवाओं को योजना का लाभ नहीं मिल सका है। साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों से प्राप्त आवेदनों में से 46 आवेदनों को त्रुटि निराकरण को लेकर संबंधित प्रखंड पदाधिकारी को वापस भेज दिया गया है। विभिन्न प्रखंडों में लाभुकों की संख्या प्रखंड स्वीकृत भुगतान लंबित आवेदन अलीगंज 10 7 3 सिकंदरा 23 20 3 जमुई 49 31 18 बरहट 36 35 1 लक्ष्मीपुर 2 0 2 झाझा 83 83 0 गिद्धौर 20 20 0 खैरा 27 25 2 सोनो 26 26 0 चकाई 30 22 8

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