डाक्टर की सलाह : भोजन में बरतें सावधानी, बचें फूड प्वाइजनिग से

जागरण संवाददाता, खगड़िया : शहर के चर्चित फिजिशियन डा. ऋतुराज बताते हैं कि फूड प्वाइजनिग के दो कारण होते हैं। एक तो आप भोजन के प्रति लापरवाह होते हैं, कहीं भी सड़क किनारे लगे ठेले पर कई बार गर्म किए गए बासी भोजन को खाते हैं या खाद्य पदार्थ में मिलावट की वजह से भोजन विषाक्त हो जाता है। जिसके सेवन से फूड प्वाइजनिग हो जाता है। यह अक्सर 48 घंटे में बिना उपचार के अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि इन 48 घंटों में अपने आपको डी-हाइड्रेशन से बचाना होगा और कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। अगर दिक्कतें अधिक हो रही है तो डाक्टर से सलाह निश्चित रूप से लें। अगर आपके साथ ऐसा होता है तो कुछ घंटों के लिए कुछ भी खाना-पीना बंद कर दें। एक साथ ज्यादा पानी न पीकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें। फूड प्वाइजनिग होने के 24 घंटे बाद कम वसा युक्त, पचने में आसान और हल्के भोजन का सेवन करें। अगर जी मिचलाने लगे तो खाना बंद कर दें। जब तक आप बेहतर महसूस न करें, तब तक कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। जिनमें डेयरी उत्पाद, कैफीन, वसा युक्त और तला-भुना भोजन शामिल है।


डा. ऋतुराज कहते हैं- अगर बार-बार उल्टी होने पर, तरल पदार्थ गले से नीचे उतारने में परेशानी आने लगी हो, खून की उल्टी होने लगी हो, मल में रक्त आने की स्थिति में, तीन दिन से अधिक डायरिया होने पर, पेट में तेज दर्द और मरोड़ रहने की स्थिति में तुरंत डाक्टर से दिखाए। ये मरीज के गंभीर लक्षण हैं। समय पर इलाज नहीं कराने से मरीज की जान तक जा सकती है। ऐसे करें बचाव डा. ऋतुराज बताते हैं कि गर्मी के मौसम में हमेशा ताजे और उचित प्रकार के खाने का ही सेवन करें। खाना बनाने, परोसने और खाने से पहले हाथ ठीक से धोएं। किचन में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों और बाकी वस्तुओं को अच्छी तरह से धोकर ही इस्तेमाल करें। मांस, मछली और चिकन को पूरी तरह पकाएं। सड़क किनारे लगी रहड़ियों और ढाबों पर न खाएं। सामान्य लक्षण - पेट में दर्द और मरोड़ होना
- भूख न लगना
- डायरिया
- सिरदर्द, चक्कर आना, जी मचलाना और उल्टी होना
- ठंड लगकर बुखार आना
- आंखों के आगे धुंधलापन छा जाना
- बेहोश हो जाना
- कमजोरी महसूस होना गंभीर लक्षण - सांस लेने में तकलीफ होना
- आंखों और त्वचा का पीला पड़ना
- जोड़ों में सूजन
- खून की उल्टियां होना
- तीन दिन से अधिक समय तक डायरिया
- देखने और बोलने में परेशानी होना
- पेट फूलना, आदि।
इन चीजों से होगा फायदा
योग गुरु की सलाह खगड़िया : योग गुरु अनुज कुमार सिंह कहते हैं कि फूड प्वाइजनिग का कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा हो तो अदरक की चाय का सेवन तत्काल शुरू कर दें। एक चम्मच नीबू के रस में एक चुटकी चीनी डालकर दिन में दो-तीन बार पिएं। लहसुन की दो कलियों को सादे पानी के साथ निगल लें। दिन में तीन बार एक चम्मच शहद लेने से पेट की गड़बड़ी में आराम मिलता है।

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