जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा दर्जनों पुराने तालाब

संसू, महिषी (सहरसा) : एक तरफ सरकार जलस्त्रोतों के संरक्षण को लेकर जल जीवन और हरियाली, खेत पोखरी योजना, अनटाइड योजनाओं के अलावा कई अन्य योजनाएं चला रही है, लेकिन प्रखंड क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक सरकारी पुराने तालाब आज भी अपने जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है। इनमें से कई तालाबों का इतिहास कोसी नदी के आने से पूर्व के बताये जा रहे हैं जिनको आज भी अंग्रेजिया पोखर के नाम से चर्चित है।

अंचल कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, तेलवा पूर्वी पंचायत के महेशपुर गांव स्थित अंग्रेजिया पोखर करीब 12 एकड़ जमीन में फैला हुआ था। वर्तमान समय में इस पोखर के एक महार पर लगभग दो एकड़ 92 डिसमिल जमीन श्मशान के नाम पर है जबकि चंद भाग में अब भी पोखर के अस्तित्व बचा हुआ है।

आरापट्टी पंचायत के मुरली गांव में करीब चार एकड़ भूभाग पोखर के नाम से है, परंतु यहां प्राचीन पोखर का कोई अस्तित्व नहीं बचा है। इसके संपूर्ण जमीन पर अवैध अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। इन्हें अंग्रेजिया पोखर के नाम से आज भी जाना जाता है। वहीं सीओ देवनंदन सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा प्राप्त निर्देश के आलोक में प्रखंड क्षेत्र में सरकारी पोखर की पहचान करने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के दौरान अबतक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में 50 प्राचीन सरकारी पोखर की पहचान कर उनके स्तर से वरीय अधिकारी को उनकी सूची भेजी गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इतने सरकारी योजना चलने के बावजूद अबतक महज दो पोखरों का जीर्णोद्धार कार्य लघु सिचाई विभाग द्वारा करवाया जा सका है।

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