अब 12 बजे लेट नहीं और दो बजे भेंट नहीं की नहीं चलेगी नीति

फोटो- 16 जमुई- 20

- आवास और कार्यालय से ड्यूटी बजाने वाले साहब की खैर नहीं
- कार्यालय अवधि में आवास से कार्य निष्पादन पर अंकुश लगाने की मुख्य सचिव की सख्त हिदायत
- सोमवार, मंगलवार और शुक्रवार को कार्यालय में साहब की यथासंभव उपस्थिति अनिवार्य
- शुक्रवार को प्रखंड से लेकर राज्य मुख्यालय स्तर तक सुनी जाएगी फरियाद
- क्षेत्र भ्रमण नहीं करने वाले अधिकारियों की नहीं होगी खैर
- कमजोर वर्ग के टोले में विकास का जायजा लेंगे सचिव स्तर के अधिकारी
अरविंद कुमार सिंह, जमुई : 12 लेट नहीं और 2 बजे भेंट नहीं की नीति पर चलने वाले साहब और बाबुओं की अब खैर नहीं है। ऐसा मुख्य सचिव अमीर सुबहानी के एक आदेश से होने वाला है। उन्होंने टापर आइएएस के साथ-साथ ग्रास रूट के अधिकारियों को अहसास कराना प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने प्रखंड मुख्यालय से लेकर राज्य मुख्यालय तक के अधिकारियों को कर्तव्य और दायित्व के दायरे में बांधने के लिए एक निर्देश जारी किया है। इसके तहत सोमवार, मंगलवार और शुक्रवार को सभी अधिकारी अपने कार्यालय में कार्य अवधि के दौरान यथासंभव मुस्तैद रहेंगे। बुधवार और गुरुवार को अनिवार्य रूप से क्षेत्र भ्रमण करेंगे। इस दौरान लोक कल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन समर्पित करने की जवाबदेही तय की गई है। इस दिवस को प्रखंड से लेकर अनुमंडल, जिला, प्रमंडल और सचिव स्तर के अधिकारी कमजोर वर्ग के टोले के निरीक्षण में फोकस करेंगे। नियंत्री पदाधिकारियों को टूर डायरी चेक करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने प्रत्येक शुक्रवार को हरेक कार्यालय में जनता दरबार सुनिश्चित करने को लेकर विशेष ताकीद की है। साथ ही उसके प्रचार-प्रसार को लेकर भी गंभीर रहने की बात कही है। मुख्य सचिव के आदेश के बाद धौंस दिखाने वाले लोक सेवकों के चेहरे पर एसी में भी पसीना आ रहा है। हालांकि निर्देश जारी होने के पहले सप्ताह में बहुत खास असर नहीं दिखा है। यहां के लोक सेवक अभी भी पुराने अंदाज में हैं। वैसे स्मार्टफोन के जमाने में लोगों की भी नजर उन अधिकारियों पर बनी है।
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समूहों के साथ करनी होंगी नियमित बैठकें
जिला पदाधिकारी के स्तर पर विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के साथ पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में नियमित बैठकें की जाएंगी। जिन समूहों के साथ बैठकें की जानी है उनमें उच्च विद्यालयों व कालेजों के प्राचार्य तथा छात्र संघों के प्रतिनिधि, खेल संघों, खिलाड़ियों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े हुए लोग, नगर निकाय व पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि, विकास मित्र, चैंबर आफ कामर्स एवं उद्योग संघ के पदाधिकारी, कृषक समूह, जिले में चल रही सड़क, पुल, रेलवे लाइन, बिजलीघर निर्माण से जुड़ी एजेंसियों के प्रतिनिधि, स्थानीय प्रोजेक्ट मैनेजर तथा चिकित्सकों के संघ अथवा समूह को मुख्य सचिव ने प्रमुख बताया है।
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क्षेत्र भ्रमण के दौरान इन योजनाओं पर करना है विशेष फोकस
बुधवार एवं गुरुवार को क्षेत्र भ्रमण के दौरान सात निश्चय पार्ट वन एवं पार्ट टू की योजनाओं व कार्यक्रमों के अलावा उच्च एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण पर विशेष फोकस किया गया है। इसके अलावा जल जीवन हरियाली के तहत ली गई योजनाओं तथा उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक, प्राथमिक एवं सरकारी आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास, आंगनबाड़ी केंद्र, अस्पताल, जन वितरण प्रणाली की दुकानें, धान-गेहूं अधिप्राप्ति केंद्रों के संचालन, ग्रामीण सड़कों के निर्माण एवं अनुश्रवण, मनरेगा व आवास की योजनाएं तथा पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण प्राथमिकता सूची में है।
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बाक्स
बड़े साहब ही 11 बजे के बाद पहुंचते हैं कार्यालय
जिले के सबसे बड़े साहब ही प्राय: 11 बजे के बाद कार्यालय पहुंचते हैं। उसके बाद मिलने आने वाले कुछ फरियादियों की मुलाकात होती है तो कईयों को निराश लौटना पड़ता है। 1:30 से 2:00 बजे के बीच आवास के लिए साहब जो निकलते हैं तो फिर दूसरे दिन ही कार्यालय आते हैं। साहब की दरियादिली से नीचे के अधिकारी भी खूब मौज में हैं। वैसे अधिकारी फाइलों का निष्पादन आवासीय परिसर से ही करते हैं।
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कोट
सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने तथा इनके सतत अनुश्रवण, राज्य में न्याय के साथ विकास सुनिश्चित करने एवं प्रशासन को और अधिक संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से अहम निर्देश जारी किए गए हैं।
अमीर सुबहानी, मुख्य सचिव, बिहार

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