बढ़ती गर्मी: विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के समय में किया गया परिवर्तन



जागरण संवाददाता, खगड़िया: तापमान में वृद्धि, तेज गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो उठा है। गर्मी और धूप से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो उठा है। सुबह के 10 बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। बाजार की सड़कें सुनी पड़ जाती है। फिर शाम में ही बाजार की रौनक लौटती है।
डीएम आलोक रंजन घोष ने गर्मी और अधिक तापमान को देखते हुए विद्यालयों, प्री-स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 11:30 बजे के बाद शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक का आदेश जारी किया है। अब 11.30 बजे दिन के बाद अगर इन जगहों पर शैक्षणिक गतिविधि जारी रहेगी, तो संबंधित लोगों पर कार्रवाई होगी। आज से आदेश प्रभावी खगड़िया डीपीआरओ ने बताया कि डीएम आलोक रंजन घोष ने अधिक गर्मी और तापमान को देखते हुए विद्यालयों, प्री-स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 11:30 बजे के बाद शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। अधिक तापमान और विशेष रूप से दोपहर के समय अधिक गर्मी से बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। डीएम ने दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 धारा 144 के तहत आदेश जारी करते हुए 11:30 बजे के बाद से शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। विद्यालय प्रबंधन को निदेशित किया गया है कि इस आदेश के आलोक में अपने शैक्षणिक गतिविधियों को पुनर्निर्धारित करें। यह आदेश आज 18 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। अब आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन 7:30 से 11:30 बजे तक ही होगा जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आइसीडीएस को निर्देशित किया गया है कि इस आदेश का पालन जिले के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में कराना सुनिश्चित करें। आइसीडीएस विभाग के डीपीओ सुनीता ने बताया कि भीषण धूप और गर्मी में अब आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन 7:30 से 11:30 बजे तक ही होगा। इसको लेकर सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया है। मेनू के अनुसार बच्चों को भोजन देने का निर्देश भी दिया गया है। साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। आंगनबाड़ी केंद्र के आस-पास स्वच्छ जल की व्यवस्था को लेकर भी कहा गया है।

आंगनबाड़ी केंद्र का मेनू सोमवार: नाश्ता में अंकुरित चना और शक्कर देना है। भोजन में चावल का पोलाव देना है। मंगलवार: नाश्ता में चूड़ा शक्कर देना है। भोजन के समय पौष्टिक लड्डू देना है।
बुधवार: नाश्ता में चूड़ा शक्कर या अंडा देना है। भोजन में सत्तू का लड्डू देना है।
गुरुवार:
नाश्ता में चूड़ा शक्कर देना है। भोजन में सुज्जी का हलवा देना है। शुक्रवार:
नाश्ता में दूध देना है। भोजन में चावल का रसिया देना है।
शनिवार:
नाश्ता में चूड़ा- शक्कर देना है। भोजन में खिचड़ी देना है।

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