कोरोना काल में मध्याह्न भोजन संचालन के नाम पर निकाली गई रकम

संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया): खजरैठा पंचायत स्थित मध्य विद्यालय मथुरापुर में कोरोना काल में मध्याह्न भोजन संचालन के नाम पर मोटी रकम की हेराफेरी का मामला प्रकाश में आया हैं। मध्य विद्यालय मथुरापुर के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका कंचन कुमारी सिंह ने जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर उनका ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है। उन्होंने मध्य विद्यालय मथुरापुर के प्रधानाध्यापक आलोक कुमार पर कोरोना काल में विद्यालय का पठन-पाठन कार्य बंद रहने के बावजूद मध्याह्न भोजन की राशि निकालने और गबन करने का आरोप लगाया है। कंचन कुमारी सिंह ने कहा है कि 31 जनवरी 2020 को वे सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने मध्य विद्यालय मथुरापुर में सेवानिवृत्ति के बाद आलोक कुमार को विधिवत प्रभार सौंप दिया। तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर 2020 के फरवरी माह में मध्याह्न भोजन चलाने के लिए नगदी के रूप में 17,475 रुपये आलोक कुमार को दिया गया था, जो उनकी अग्रिम राशि हैं। यह राशि उन्होंने अभी तक वापस नहीं दिया हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने आलोक कुमार पर केसबुक, पासबुक, पोषाहार पंजी लेने में आनाकानी का भी आरोप लगाया है। कहा कि आलोक कुमार अनापत्ति प्रमाण पत्र देने में भी आनाकानी किया। आवेदन के अनुसार 14 फरवरी 2020 को उन्होंने दो शिक्षकों के समक्ष लिखित पासबुक एवं पासबुक जांच कराने के लिए दे दी। पासबुक और कैश बुक लेकर आलोक कुमार अपने घर सहरसा चले गए। तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में लिखित दिया, तो उन्होंने आलोक कुमार से स्पष्टीकरण पूछा और वेतन भुगतान पर रोक लगाया। 30 जुलाई 2020 को तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष संपूर्ण प्रभार मुझसे ले लिया गया। मुझे अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दे दिया गया। कोरोना काल में विद्यालय बंद रहने के बावजूद भी आलोक कुमार ने 13/08/2020 को मध्याह्न भोजन खाता से 25 हजार रुपये की निकासी कर गबन कर लिया। इधर, प्रधानाध्यापक आलोक कुमार ने कहा कि मेरे द्वारा राशि निकासी की गई थी। परंतु, यह फिर उस खाते में जमा कर दी गई जिससे निकासी हुई थी। मेरे स्तर से कोई गड़बड़ी नहीं की गई है।


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