बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों की है जिम्मेवारी

संवाद सूत्र, सहरसा : जिले के सरकारी स्कूलों में बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन कृत संकल्प है।

जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने मंगलवार को शिक्षा अधिकारी सहित विभिन्न शिक्षक संघ प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जिले की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। डीएम ने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों की जिम्मेवारी है। स्कूलों में शिक्षक समय पर जाएं और वर्ग कक्षा का संचालन करें। स्कूलों में शिक्षक समय पर जाना शुरू करेंगे तो पढ़ाई भी बेहतर होने लगेगी। उन्होंने शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने एवं उसे प्रभावी बनाने के लिए हर संभव सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्कूल में विभाग द्वारा निर्देशित हर दिन स्कूल आने व जाने पर शिक्षकों को व्हाट्सएप ग्रुप में फोटो भेजना सबों के लिए अनिवार्य है। स्कूल में बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत बतायी। जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ सकें। स्कूलों में बाल संसद एवं मीना मंच का गठन करने सहित अन्य कई कार्यक्रमों को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि स्कूलों में बच्चों केा बेहतर व प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर काम करने की जरूरत बतायी। स्कूल में शैक्षणिक माहौल बनी रहे इस दिशा में भी शिक्षकों को प्रयास करना होगा। बच्चों को शिक्षा देने से बड़ा धर्म कुछ नहीं है। जिलाधिकारी ने स्कूलों में शिक्षकों के साथ अभिभावकों की भी बैठक कराने पर बल दिया। बैठक में मौजूद जिला शिक्षा पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ठाकुर ने जिले के प्रारंभिक व हाई स्कूलों की वर्तमान हालात से अवगत कराते हुए बच्चों के बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण बिदुओं की ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया। शिक्षक संघ प्रतिनिधियों ने भी शिक्षकों की समस्या व परेशानी से जिलाधिकारी को अवगत कराया।

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