जिले में आज 10.41 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी एलवेंडाजोल दवा

संवाद सहयोगी, किशनगंज : बच्चों को कुपोषण से मुक्त बनाने तथा रक्त की कमी की समस्या को दूर करने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बच्चों को एलवेंडाजोल दवा आज से खिलाई जाएगी। जबकि चार दिन बाद 26 अप्रैल को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी गुरुवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने दी।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों के समग्र स्वास्थ्य पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी करना है। सभी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में एक से लेकर 19 वर्ष के 10.41 लाख बच्चों को कृमि नाशक देनी है। उन्होंने बताया बच्चों में कृमि संक्रमण अस्वच्छता तथा दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से होता है। कृमि संक्रमण से बच्चों के पोषण स्तर के साथ हीमोग्लोबिन स्तर भी प्रभावित होता है। साथ ही कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।

जिलाधिकारी डा. आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार सिविल सर्जन, डीआइओ, डीपीएम और डीपीसी को विशेष अनुश्रवण का आदेश मिला है। अभियान की सफलता को लेकर आइसीडीएस, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मियों को जिलाधिकारी के माध्यम से जरूरी दिशा-निर्देश पूर्व में ही दिए जा चुके हैं। अभियान में निजी स्कूल भी बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाएंगे। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बच्चों को दवा खिलाते समय कुछ सावधानी भी बरतनी होगी। इसके अंतर्गत अगर किसी बच्चे का कोई गंभीर बीमारी का इलाज चलने के साथ नियमित रूप से दवा खा रहा हो और यदि कोई बच्चा सर्दी, खांसी, बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ संबंधित बीमारी हो तो वैसे बच्चों को दवा नही खिलाया जाएगा। अगर कोई बच्चा कोविड ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आया हो तो इसकी भी पुष्टि करनी होगी। दवा नुकसान नहीं करेगी, लेकिन सावधानी के तहत ऐसे बच्चों को दवा नहीं खिलाए जाएंगे। एक से दो वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली को चूरा बनाकर पानी के साथ, दो से तीन वर्ष के बच्चों को एक पूरी गोली चूरा बनाकर पानी के साथ और तीन से 19 वर्ष के बच्चों को एक पूरी गोली चबाकर खिलाया जाना है।

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