नहीं चले आटो, शहरवासी से ग्रामीण तक परेशान, आज से परिचालन होगा सामान्य

संवाद सहयोगी, मुंगेर : किराया बढ़ाने की मांग पर गुरुवार को पूरे दिन आटो चालक हड़ताल पर रहे। सुबह नौ बजे आटो चालक विदवारा मोड़ में एकजुट हुए। मुंगेर-जमालपुर रूट पर आटो का परिचालन बंद करने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद मुंगेर-नौवागढ़ी, मुंगेर-सीताकुंड और शहर के रूटों पर चलने वाले आटो चालकों ने भी हड़ताल का समर्थन दिया। इस बीच कुछ ई-रिक्शा का परिचालन भी हुआ तो आटो चालकों ने बंद कर दिया, नोकझोंक और मारपीट भी हुई, शीशे भी तोड़ दिए। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया। चालकों ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। हड़ताल की वजह से शहर से ग्रामीण इलाके के लोग काफी परेशान हुए। सड़कों पर घंटों तक वाहनों का इंतजार करते दिखे, जब कोई वाहन नहीं मिला तो समान के साथ पैदल ही गंत्वय के लिए निकल गए। योगनगरी में आटो को लाइफ-लाइन माना जाता है। आटो से शहर के करीब 15 से 20 हजार के आसपास लोगों का आवागमन होता है। सभी रूट पर पांच सौ से ज्यादा आटो का परिचालन होता है। गुरुवार को लोगों को आटो चालकों की हड़ताल का सामना करना पड़ा। इससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई। लोग पैदल चलते नजर आए। कुछ ने निजी वाहनों का सहारा लिया। इधर, गली-गली होकर कुछ ई-रिक्शा और आटो चलता रहा। देर शाम एसडीओ खुशबू गुप्ता से बातचीत के बाद चालकों ने हड़ताल तोड़ दी। टैक्सी सह चालक संघ के सचिव प्रेम शंकर कुमार ने बताया चालक और एसडीओ के बीच बैठक हुई। किराया बढ़ाने को लेकर प्रशासन से कुछ दिनों का समय मांगा है। शुक्रवार से आटो का परिचालन अन्य दिनों की तरह सामान्य हो जाएगा। ---------------------------------- लोग करते रहे इंतजार, चेहरे पर दिखी परेशानी आटो चालकों की हड़ताल से लोगों को परेशानी हो रही है। लोग घंटों से वाहनों का इंतजार करते दिखे। बच्चे, बुजुर्ग और हर वर्ग के लोगों को परेशान होना पड़ा। आटो रिक्शा सड़क पर नहीं दिखे। आटो रिक्शा नहीं चलने के कारण दिनभर यात्री परेशान रहे। आटो के सहारे स्कूल जाने वाले बच्चे स्कूल जाने से भी वंचित रह गए।कई बच्चों को उनके स्वजन साइकिल, बाइक से विद्यालय तक पहुंचाया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखा। ---------------------------- छह मार्च को निर्धारित किया गया था किराया मुंगेर : मुंगेर-जमालपुर, मुंगेर-धरहरा, मुंगेर-हेमजापुर, मुंगेर-बरियारपुर सहित अन्य रूटों पर आटो और रिक्शा का किराया जिला अधिकारी नवीन कुमार के निर्देश पर निर्धारित किया गया था। निर्धारित किराया के बाद भी आटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे थे। लगातार शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी ने गुरुवार से सभी आटो चालकों को निर्धारित किराया लेने और किराया की सूची वाहनों में लगाने का निर्देश दिया था। प्रशासनिक आदेश के बाद गुरुवार की सुबह मुंगेर-जमालपुर रूट के सभी आटो चालक सड़क पर उतर आए और परिचालन बंद कर दिया। इस बीच जमालपुर से मुंगेर आने वाले कई आटो और रिक्शा को रास्ते से लौटा दिया। विदवारा मोड़ के पास ई-रिक्शा के चालकों के साथ नोकझोंक भी हुई। आटो चालक जमालपुर का लोकल किराया 10 और मुंगेर के लिए 15 रुपये निर्धारित करने की मांग कर रहे हैं। ---------------------- पांच सौ से ज्यादा आटो का होता है परिचालन मुंगेर से जमालपुर, मुंगेर-नौवागढ़ी, मुंगेर-बरियारपुर, मुंगेर-बरियारपुर के लिए हर दिन पांच सौ से ज्यादा आटो का परिचालन होता है। गुरुवार को परिचालन बंद होने के कारण शहर वासियों को परेशान होना पड़ा जमालपुर जंक्शन से जिन्हें ट्रेन पकड़नी थी। वैसे लोगों को पैदल रूख करना पड़ा। कई लोग ई-रिक्शा से जाने की तैयारी में थे तो चालकों ने ई-रिक्शा का परिचालन भी बंद करा दिया। ---------------------- ट्रेन पकड़ने वाले लोगों को हुई फजीहत जमालपुर और मुंगेर स्टेशन पर हर दिन अप और डाउन में दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें रुकती है। ट्रेन से उतरने के बाद लोगों को घर जाने के लिए साधन नहीं मिला, ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हुई। सबसे ज्यादा परेशानी जमालपुर रूट के आटो के नहीं चलने से हुई। आटो नहीं चलने से लोगों ने पीड़ा का इजार किया। जमालपुर स्टेशन से विक्रमशिला एक्सप्रेस में मनोरंजन कुमार और उनके परिवार का टिकट था, आटो नहीं मिलने पर रिजर्व करके वाहन स्टेशन पहुंचे। मनोज केशरी को भी परेशानी उठानी पड़ी। यह रोज अभयपुर ड्यूटी करने के लिए ट्रेन से जाते हैं। आटो नहीं चलने से काफी फजीहत हुई। ---------------------------- दोपहर बाद ई-रिक्शा का परिचालन आटो नहीं चलने से लोगों की हो रही परेशानी को देखते हुए दोपहर बाद ई-रिक्शा का परिचालन प्रशासनिक पहल पर शुरू हुआ। ई-रिक्शा चलने से यात्रियों को थोड़ी राहत हुई। गंतव्य तक पहुंचने में समय ज्यादा लगने के बाद भी लोगों ने ई-रिक्शा की सवारी की। ------------------------------ सिटी बस चलाने की उठी आवाज आटो चालकों की हड़ताल के कारण अब मुंगेर से जमालपुर के बीच सिटी बस सेवा शुरू कराने की आवाज बुलंद कर रहे हैं। लोगों का कहना था कि 25-30 वर्षों से बसों का परिचालन बंद है। बस चलने से यात्रियों को सुविधा के साथ-साथ किराया भी कम लगता है। शहरवासियों ने जमालपुर रूट पर फिर से बसों का परिचालन शुरू करने की मांग की है।


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