प्रखंड प्रमुख के स्वजन शिक्षक-शिक्षिका किन्हीं की नहीं हैं सुनते

संवाद सूत्र, बेलदौर (खगड़िया): पद का धौंस क्या होता है, इसकी बानगी आपको बेलदौर में देखने को मिल सकता है। शिक्षिका की सास प्रखंड प्रमुख हैं, इसलिए शिक्षिका बीइओ के आदेश को भी मानने के लिए तैयार नहीं हैं। बीइओ बेबस नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में संचालित कई स्कूलों का आन द स्पाट जायजा लिया। इस दौरान स्कूल संचालन में कई तरह की खामियां उजागर हुई। नामांकित 72 छात्र- छात्राओं को पढ़ाने के लिए पदस्थापित हैं पांच शिक्षक समय 9: 38 बजे। प्राथमिक विद्यालय मलिया बासा। यहां नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 72 है। जबकि स्कूल के एक ही वर्ग कक्ष में उपस्थित 30 बच्चे को दो शिक्षक पढ़ा रहे थे। शिक्षक शहाबुद्दीन एवं प्रभा भारती पठन- पाठन में व्यस्त दिखे। जबकि अन्य तीन शिक्षक अनुपस्थित थे। पूछने पर उपस्थित छात्र- छात्राओं ने बताया कि एचएम उषा देवी ईद के चांद की तरह स्कूल में नजर आती हैं। वहीं शिक्षक अमिताभ प्रियदर्शी भी दो दिनों से विद्यालय नहीं आए हैं। जबकि शिक्षिका सुनीता कुमारी बेलदौर प्रखंड प्रमुख की पुत्रवधू हैं। 10 मार्च से स्कूल में प्रतिनियोजित हैं। इन्हें यहां के छात्र-छात्रा पहचानते तक नहीं हैं। ग्रामीणों के मुताबिक वे अपने मूल स्कूल प्राथमिक विद्यालय बीराघाट मुसहरी (जहां खुद शिक्षकों की कमी है) से सास के प्रमुख बनते ही घर के समीप के स्कूल में प्रतिनियोजन करवा लीुं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर नियमों को ताक पर रख कैसे बेलदौर में प्रतिनियोजन का खेल हो रहा है। वहीं एमडीएम में फल यहां बच्चों को नहीं दिया गया था। बघरा में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे समय 11 बजे। प्राथमिक विद्यालय बघरा। बच्चों की थाली में चावल- छोला परोसा जा रहा था। बच्चों के मुताबिक फल नहीं दिया गया। यहां भी प्रमुख पुत्र प्रमोद कुमार शिक्षक हैं। वे अनुपस्थित थे। मौके पर मौजूद एचएम टिकू कुमार ने बताया कि बिना आवेदन के ही अनुपस्थित शिक्षक प्रमोद कुमार का सीएल भर दिया गया। जबकि स्कूल में नामांकित 325 बच्चों के बाबत 207 उपस्थित थे। यहां कुल तीन शिक्षक हैं। उन्होंने बताया कि चारदीवारी, कीचन शेड नहीं रहने के कारण परेशानी होती है। कोट

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प्राथमिक विद्यालय मलिया बासा में प्रतिनियोजित शिक्षिका सुनीता कुमारी का प्रतिनियोजन रद कर मूल विद्यालय में योगदान करने के निर्देश दिए गए हैं। बावजूद शिक्षिका आदेश की अवहेलना कर रही हैं। मैं अधिक से अधिक कार्रवाई के नाम पर वेतन बंद कर सकता हूं। नियोजन इकाई के अध्यक्ष प्रखंड प्रमुख होते हैं, जो शिक्षिका की सासु मां है। वेतन बंद करने के लिए फिर से लेटर निकाला जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय बघरा के शिक्षक क्यों अनुपस्थित थे, मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी
अजय दुबे, बीइओ, बेलदौर। कोट
कानून सबके लिए बराबर है। आदेश की अवहेलना करने वाले शिक्षिका के विरुद्ध अगर बीइओ नियोजन इकाई को लिखित शिकायत करेंगे, तो कार्रवाई निश्चित होगी।
सुनील कुमार, बीडीओ, बेलदौर।

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