सामुदायिक भवन में चल रहा है मड़ैया ओपी

संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया): मड़ैया क्षेत्र आपराधिक ²ष्टि से संवेदनशील है। इस ओपी क्षेत्र से गंगा किनारे के कई गांव जुड़े हुए हैं। लेकिन अभी भी मड़ैया ओपी के भवन निर्माण पर ग्रहण बरकरार है। ओपी कंप्यूटर समेत कई आधुनिक साधन-संशाधन से लैस है, परंतु इसे अपना भवन नहीं है। यह सहायक थाना उपेक्षित है। यह वर्षों से पिपरा लतीफ पंचायत की पंचायत भवन एवं सामुदायिक भवन में जैसे- तैसे संचालित हो रहा है। सामुदायिक भवन में हाजत समेत चार कमरे हैं। जहां से ओपी संचालित होता है। जबकि पंचायत भवन में गार्ड के आवास हैं। हद तो यह है कि ओपी प्रभारी को रहने तक का आवास नहीं है। यहां ओपी प्रभारी समेत दो दारोगा, एक जमादार कार्यरत हैं। एक डीएपी और एक होमगार्ड की पार्टी है। परंतु, सहायक थाना को अपना भवन कब होगा, यह अहम सवाल है। करीब डेढ़ दशक पूर्व अपराध नियंत्रण के मद्देनजर मड़ैया ओपी की स्थापना की गई। परबत्ता थाना का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण इसका निर्माण आनन-फानन में हुआ। उस समय से पिपरा लतीफ के पंचायत भवन में सहायक थाना का कार्य हो रहा है। प्रथम ओपी प्रभारी मु. जाबिर खान थे।


ओपी भवन निर्माण कार्य वर्ष 2020 के जून माह में शुरू हुआ था। भवन निर्माण को लेकर गड्ढे की खुदाई हुई। उस पर कुछेक पिलर भी खड़े हुए। उस समय 2021 में भवन निर्माण कार्य पूर्ण होने की बात कही गई थी। लेकिन भवन निर्माण को लेकर गड्ढे की खुदाई और चंद पीलर से बात आगे नहीं बढ़ी। इस संबंध में परबत्ता सीओ अंशु प्रसून ने कहा कि पूर्व में ही सीओ स्तर से जमीन चिन्हित कर दी गई है। अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दे दिया गया है। गोगरी एसडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि वे इसको लेकर उच्च अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराएंगे। कहां बाधा है, इसका पता लगाएंगे। उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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