जमुई में हुई कई बम विस्फोट की घटनाओं में आधा दर्जन लोग गंवा चुके हैं अपनी जान

संवाद सहयोगी, जमुई : जिले में बम विस्फोट की घटना कोई नई बात नहीं है। सात सालों में कई बम विस्फोट की घटनाएं सामने आ चुकी है। इन घटनाओं में आधा दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बुधवार को चंद्रमंडी एवं सिमुलतला थाना क्षेत्र में हुए बम विस्फोट की घटना में चार बच्चे एवं एक युवक जख्मी हो गया। सिमुलतला की घटना में तो युवक का दोनों हाथ ही उड़ गया है। कहा जाता है कि दहशत फैलाने के लिए युवक किसी के कहने पर बम बना रहा था। इसी दौरान विस्फोट कर गया और उसका हाथ उड़ गया।

जिले में पहले भी बम विस्फोट की घटनाएं होती रही है, लेकिन एक ही दिन में दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में हुए बम विस्फोट की घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 24 दिसंबर को लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के ककनचोर पंचायत की मुखिया सुलेखा देवी के घर पर बदमाशों ने बमबाजी की थी। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। इससे पहले 30 जून 2020 को अलीगंज प्रखंड के कोदवरिया पंचायत की मुखिया पारो देवी के पति राजेश यादव की बम और गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी थी। वर्ष 2019 में झाझा थाना के छापा गांव के समीप बदमाशों ने स्कार्पियो सवार लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के बेला गांव के राजेश यादव और मनोज यादव की बम मारकर हत्या कर दी थी। 2018 में चंद्रमंडी थाना के जम्हा गांव में कुख्यात अपराधी कांग्रेस यादव की अपराधियों ने बम मारकर हत्या कर दी थी। इसी साल चंद्रमंडी थाना के मंझली गांव में वर्चस्व की लड़ाई में अपराधी विवेका यादव की बम मारकर हत्या कर दी थी। 2016 में चकाई प्रखंड क्षेत्र के कल्याणपुर के पैक्स अध्यक्ष अर्जन यादव की अपराधियों ने उस समय बम मारकर हत्या कर दी थी जब वे चकाई प्रखंड कार्यालय में पंचायत चुनाव के दौरान अपनी पत्नी का नामांकन कराने आए थे। यह घटना भी वर्चस्व की लड़ाई में हुई थी। बहरहाल इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि यहां अपराधी लगातार ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं।

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