हत्या के मामले में तीन लोगों को सजा

जा सं शेखपुरा

शेखपुरा सिविल कोर्ट के अपर जिला एवं सत्र न्यायधीश-तृतीय संजय सिंह ने हत्या के एक मामले की सुनवाई पूरी करते हुए तीन लोगों को दोषी ठहराया और तीनों को सजा सुनाई। स्थानीय अदालत में बुधवार को इस मामले की सुनवाई पूरी करते हुए न्यायधीश ने एक आरोपित को सात वर्ष और दो आरोपित को तीन-तीन वर्ष की सजा सुनाई। सामस खुर्द गांव में हुई इस घटना में भूमि विवाद को लेकर साकेत राम को फरसा से हमला करके घायल कर दिया था। बाद में इलाज के दौरान साकेत राम की मौत हो गई। इस मामले में साकेत राम के पुत्र अजीत कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोपित सुभाष राम को सात वर्ष तथा सिटू राम व शंकर राम को तीन -तीन वर्ष की कैद की सजा सुनाई गई। तीन -तीन साल वाले सिटू राम और शंकर राम को स्थानीय अदालत ने जमानत की सुविधा प्रदान कर दी। अधिवक्ता दीपक कुमार ने बताया मारपीट में घायल होने के कई दिन बाद निधन होने की वजह से इस मामले को सीधे हत्या का मामला नहीं माना गया।

-- मारपीट में तीन लोग घायल जा सं शेखपुरा
बुधवार को शहर से सटे चेवाड़ा थाना क्षेत्र के कमलगढ़ गांव में दो भाइयों के बीच हुए विवाद में भाई-भौजाई और भतीजी के साथ मारपीट करके तीनों को घायल कर दिया। घायल तीनों लोगों में सुरेंद्र यादव, उनकी पत्नी वीणा देवी तथा पुत्री डॉली कुमारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वीणा देवी ने बतायी कि कुछ महीने पहले आपसी सहमति से घर का बंटवारा हो गया है। इसी में कुछ ईंट बची हुई थी। ईंट के बंटवारे को लेकर बुधवार को घर में दूसरे भाइयों सुजीत यादव और नीतीश यादव ने पहले बड़े भाई सुरेंद्र यादव को मारपीट किया। जब पत्नी और पुत्री बीच-बचाव करने आई तो इन दोनों के साथ भी मारपीट की गई।
सीबीएसई की 10वीं और 12वीं टर्म-2 की परीक्षा शुरू
जा सं शेखपुरा बुधवार से जिले के चार केंद्रों पर सीबीएसई की परीक्षा शुरू हुई। इसके लिए शेखपुरा में दो और बरबीघा में दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बुधवार से शुरू हुई यह परीक्षा 10 जून तक चलेगी। इसमें 10वीं और 12वीं की टर्म-2 परीक्षा हो रही है। टर्म-1 की परीक्षा पहले ही हो चुकी है। चारों केंद्रों पर एक हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। परीक्षा केंद्रों पर विशेष सख्ती देखी गई।
सदर अस्पताल के आगे फुटपाथ पर सजता है मछली मार्केट
जागरण संवाददाता, शेखपुरा:
शेखपुरा के सदर अस्पताल के आगे फुटपाथ के अतिक्रमण से आम लोगों के साथ-साथ मरीजों और उनके साथ आने वाले स्वजनों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। फुटपाथ के अतिक्रमण की यही पीड़ा अस्पताल के कर्मियों को भी भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल के आगे समूचे फुटपाथ पर मांस-मछली का बाजार लगता है।
फुटपाथ पर अतिक्रमण के बीच नीम पर चढ़ा करैला यह कि फुटपाथ और अस्पताल की चाहरदीवारी के बीच बची खाली जमीन पर नगर परिषद कब्जा करके पक्का दुकान बना रहा है। अस्पताल के आगे फुटपाथ पर मांस-मछली का बाजार लगने की वजह से अस्पताल परिसर में स्वच्छता पर भी उल्टा असर पड़ रहा है। अभी गर्मी के मौसम में दोपहर में मांस-मछली का बचा हुआ अवशिष्ट दुर्गंध देता है तो अस्पताल के साथ परिसर में स्थित आवासों में भी लोगों को परेशानी होती है। बताया गया कि सदर अस्पताल के आगे आम लोगों के साथ यहां आने वाले मरीजों और उनके स्वजनों की सुविधा के लिए नगर परिषद ने नालों के ऊपर फुटपाथ का निर्माण कराया गया, मगर प्रशासन की अनदेखी की वजह से पैदल लोगों का यह फुटपाथ मछली बाजार हो गया। अस्पताल के पास सड़क के दूसरे तरफ भी फुटपाथ का यही हाल है। अस्पताल के पास फुटपाथों के इस तरह स्थायी अतिक्रमण की वजह से यहां हमेशा हादसों का डर बना रहता है।

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