काल साबित हुआ बीता हफ्ता, सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की हुई मौत

संवाद सूत्र, मधेपुरा : बीते एक हफ्ते में सड़क दुर्घटना में मधेपुरा ने 13 लोगों को खोया है। 22 अप्रैल को एक शादी में जा रहे मधेपुरा शहर के तीन युवाओं की मौत से शहर व जिला उबर नहीं पाया था कि बुधवार की देर रात तीन और युवाओं की मौत हो गई। बुधवार को एक बहुभोज से बाइक से वापस लौट रहे तीन युवक की मौत हो गई। वहीं 22 अप्रैल को मधेपुरा से जदिया के राजेश्वरी बारात जाने के क्रम में कुमारखंड थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर चंडी स्थान के पास दो गाड़ियों की टक्कर में शहर के तीन युवकों की मौत हो गई।

वहीं गुरुवार को शंकरपुर में बाइक सवार एक बच्ची की भी दुर्घटना में मौत हो गई है। वही बुधवार के दिन ही चौसा में हुई दो अलग अलग सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई। चौसा में दो दुर्घटना में दो बच्ची समेत चार लोगों की मौत हुई।

इससे पहले दो दुर्घटना में दो और लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हुए दुर्घटना ने कई सवाल छोड़ दिया है। बुधवार व शुक्रवार को ही हुई तीन दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार दुर्घटना में अपने लोगों को गंवाने के बाद लोग दुर्घटना नियंत्रित करने को लेकर जिला प्रशासन से अनुरोध भी कर रहे है। वही लोगों का एक तबका है जो ट्रैफिक रूल को लेकर जागरुकता फैलाने की बात कर रहे है।
लोगों की संवेदनहीनता भी आ रही सामने
सड़क दुर्घटना के मामले में कई बार देखने को मिला है कि दुर्घटना में घायल लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। अगल बगल के लोग तमाशबीन बन खड़े रह जाते है। बुधवार की रात सिंहेश्वर मधेपुरा मार्ग में कार एवं बाइक की टक्कर में दोनों गाड़ी में आग लग गई। बाइक सवार तीनों युवक आग की लपटों में झुलस गए। दुर्घटना देख अगल बगल के लोग आए लेकिन किसी ने आग में झुलस रहे युवकों को बचाने की कोशिश नहीं की। संयोग से उसी समय इसी रास्ते से गुजर रहे पूर्व सांसद पप्पू यादव की नजर गई। तो वह खुद आग बुझाने में लग गए। आनन फानन में सबों को इलाज के लिए मधेपुरा मेडिकल कालेज ले गए। लेकिन बाइक सवार तीनों ही युवकों की मौत हो गई। पूर्व सांसद ने इसपर सवाल भी उठाया। इन्होंने कहा न तो अगल बगल के लोग आग बुझाकर युवकों को बचाने आए और न ही सड़क से आते जाते किसी भी वाहन सवार ने मदद करने की कोशिश की। यहां तक कि जिस कार से बाइक की टक्कर हुई। उसपर बैठे सभी लोग झुलस रहे युवकों को छोड़ कर भाग गए।
कुछ जबाबदेही जिम्मेदारों की कुछ खुद की
सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए जिम्मेदार पदाधिकारी, जन प्रतिनिधि को सामने आना पड़ेगा। वही खुद भी हर व्यक्ति को पहल करनी होगी। 22 अप्रैल एवं बुधवार की देर रात हुई सड़क दुर्घटना रात के समय मे हुई। 22 अप्रैल को हुई दुर्घटना में तीखी मोड़ के पास गाड़ी ओवरटेक कर निकालने के दौरान दुर्घटना हुई। वही बुधवार की देर रात सिंहेश्वर मधेपुरा मार्ग में हुई दुर्घटना में कार एवं बाइक की आमने सामने की टक्कर हुई। यहां कोई तीखी मोड़ नही थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि तेज रफ्तार में दोनों गाड़ी की टक्कर हो गई होगी।

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