कालाजार के हाट स्पाट वाले गांव के बगल वाले गांव में मिला एक मरीज

जागरण संवाददाता, खगड़िया : कालाजार का एक और मरीज बीते बुधवार को अलौली प्रखंड के कोयला गांव से मिले हैं। कोयला गांव कालाजार से प्रभावित गांव में शुमार सूरज नगर के ठीक उत्तर अवस्थित है। इस तरह का पहला केस गांव से मिला है। गुरुवार को मरीज को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वीबीडीएस अरुण कुमार ने कहा कि बुधवार को सूचना मिली कि अलौली प्रखंड के कोयला गांव में सीताराम चौधरी की 12 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी कुमारी में कालाजार के लक्षण दिख रहे हैं। जिसके बाद टीम जांच के लिए कोयला पहुंची। जांच के बाद बच्ची में कालाजार पाया गया। जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व 2021 में नवंबर- दिसंबर के बीच कोयला से सटे गांव सूरज नगर में 13 कालाजार के मरीज पाए गए थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांव में कैंप लगाया गया। एक गांव में बड़ी संख्या में कालाजार के मरीज पाए जाने के बाद सूरज नगर में वीएलटीडी सर्वे के माध्यम से 167 घरों के 953 तीन वर्ष से ऊपर के लोगों के ब्लड लेकर जांच के लिए भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। 2021 के बाद 2022 में अप्रैल माह तक सूरज नगर से मात्र एक केस और मिला। अब कोयला में कालाजार के नए केस मिलने से वहां भी इस पर नजर रखने की जरूरत है। नौ सदस्यीय टीम ने सूरज नगर में किया था वीएलटीडी सर्वे


2021 के नवंबर- दिसंबर में सूरज नगर में 13 कालाजार के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड में आ गया। इसके बाद वहां कैंप लगाकर जांच की गई। वीएलटीडी सर्वे के लिए नौ सदस्यीय टीम को सूरज नगर में लगाया गया। इस टीम में वीबीडीसी अरुण कुमार, बीसी केयर नवीन कुमार गुप्ता, बीसी केयर दिगंबर कुमार, श्रवण कुमार, सुजाता देवी, शैलेंद्र कुमार, एलटी सौरभ कुमार, डीपीओ कृष्ण कुमार भारती, एलटीएल अभिनंदन आनंद शामिल थे। जिन्हें बेहतर कार्य के लिए जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। प्रत्येक गांव में है एक इनफार्मर
बीसी केयर दिगंबर कुमार ने बताया कि प्रत्येक गांव में एक इनफार्मर लगाया गया है। जैसे ही इस तरह के केस या कालाजार के लक्षण वाले मरीज दिखाई पड़ते हैं, तो इनफार्मर ब्लाक को-आर्डिनेटर या वीबीडीएस को इंफार्मेशन करते हैं। यहां से टीम जाती है और जांच करती है। जांच के बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाता है। कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है
वीबीडीएस अरुण कुमार ने बताया कि कालाजार बालू मक्खी के काटने से होता है। यह एक जानलेवा बीमारी है। जिसका समय पर इलाज जरूरी है।

अन्य समाचार