साइबर अपराधियों का महफूज ठिकाना बन रहा किशनगंज जिला

संवाद सहयोगी, किशनगंज : किशनगंज साइबर क्राइम के मामले में जामताड़ा की राह में चल पड़ा है। किशनगंज मे बैठकर साइबर अपराधी दिल्ली, मुबंई कर्नाटक और अन्य राज्यों के लोगों के बैंक खाते से रुपये उड़ा रहे हैं। ताजा मामला कर्नाटक के कनकागिरी कोपाल के मंजुनाथ चौकीदार नामक व्यक्ति को प्रधानमंत्री जन धन योजना के ऋण दिलवाने के नाम पर किशनगंज से बैठकर साइबर क्राइम के अपराधी पीड़ित से बात कर भरोसा दिलाया और लोन के प्रोसेसिग फी के नाम पर 42 हजार 288 रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा कर ठगी कर ली। जब पीड़ित को कुछ समय बीत जाने के बाद भी लोन नहीं मिल पाया तब उन्होंने तहकीकात की तो पता चला उनके साथ ठगी हो गई हैं और जिस बैंक एकाउंट में रुपये ट्रांसफर किया था उसकी खोज शुरू किया तो पता चला ये बैंक एकाउंट नंबर बिहार के किशनगंज के एक्सिस बैंक का है।


इसके बाद पीड़ित मंजुनाथ चौकीदार ने कनकागिरी कोपाल कर्नाटक से ईमेल के माध्यम से आर्थिक अपराध ईकाई बिहार पटना को शिकायत दर्ज कराई। ईमेल प्राप्त होते ही एसपी, आर्थिक अपराध इकाई पटना ने किशनगंज एसपी को पीड़ित के शिकायत ईमेल पर आवश्यक कार्रवाई करने को लेकर पत्र भेजा। जिसके बाद एसपी डा. इनामुल हक मेंगनू ने मामले की जांच के लिए साइबर सेल व टाउन थानाध्यक्ष को लगाया और थाने मे आइपीसी व आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। साइबर सेल व टाउन थाना पुलिस के जांच में पता चला जिस बैंक एकांउट मे रुपया ट्रांसफर हुआ था, वह एक्सिस बैंक किशनगंज शाखा का है। खाताधारक पड़ोस के बंगाल के ग्वालपोखर के निवासी हैं।
पीड़ित ने शिकायत ईमेल के आवेदन पर बताया कि प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत लोन लेने के लिए आनलाइन अप्लाई किया था। कुछ दिनों बाद अशफाक हुसैन नामक व्यक्ति ने मोबाइल नंबर 8252340586 एवं 7855861462 से काल कर प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत लोन एप्रूवल होने के नाम पर इनसे प्रोसेसिग फी एवं अन्य मद में एक्सिस बैंक खाता सं0-922010005145247, आइएफएससी- यूटीआइबी 0001076 में 42 हजार 288 रुपये ट्रांसफर करा कर ठगी कर ली गयी है। किशनगंज पुलिस के साइबर सेल मामला दर्ज होते ही साईबर अपराधी के तलाश में जुट गए हैं। बताते चलें इससे पूर्व भी 28 जनवरी को शहर के दिलावरगंज से बिष्णु चौहान नामक युवक को पुलिस ने साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार किया था और साइबर अपराधी बिष्णु के पास से 22 से ज्यादा बैंक खाता, यूपीआइ ट्रांजेक्शन और दस्तावेज मिला था पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। साइबर अपराधी बिष्णु और उसके दिल्ली के एक दोस्त मिलकर लोगों को चूना लगाता था। इसके साथ ही किशनगंज जिला अब झारखंड के जामताड़ा का दूसरा प्रारूप बनता जा रहा है। जहां गरीब ही नहीं साइबर के एक्सपर्ट को भी इन ठगों ने अपना निशाना बनाया था। अब जिला भी ऐसे मामलों में अपनी आपराधिक पहचान बनाने की राह पर चल पड़ा है।

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