पोस्टमार्टम में खेल, सौदेबाजी के बाद ही मिलता शव

समस्तीपुर। शव के पोस्टमार्टम को लेकर सिस्टम की संवेदनाएं दिन-ब-दिन खत्म हो जा रही है। पोस्टमार्टम करने और रिपोर्ट तैयार के नाम पर लंबे समय से खेल चल रहा है। इस बार मृतक के स्वजन व पोस्टमार्टम कर्मी के बीच सौदेबाजी का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें सदर अस्पताल के कर्मी मृतक के स्वजन से पोस्टमार्टम करने में सौदा करते दिख रहे हैं। मोहनपुर प्रखंड के माधोपुर गांव निवासी अनिल कुमार की मौत शनिवार की रात्रि सड़क हादसे में हो गई थी। मोहनपुर थाना पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर चौकीदार के साथ शव को सदर अस्पताल भेज दिया। रात्रि होने की वजह से चिकित्सक ने पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराने को लेकर मृतक के स्वजन ने पोस्टमार्टम कर्मी से पैरवी की। इस बीच बातचीत का एक वीडियो भी बनाया। इसमें पोस्टमार्टम के लिए रुपये की मांग की जा रही है। वैसे इसके पूर्व भी शव का पोस्टमार्टम करने के नाम पर अवैध वसूली की बात सामने आई थी। पूरी रात शव लेकर गाड़ी में बैठे रहे स्वजन :


मृतक के भगिना रामाशंकर कुमार ने बताया कि पूरी रात गाड़ी में शव लेकर बैठे रहे। सुबह पांच बजे चौकीदार इमरजेंसी वार्ड में जाकर फिर से पोस्टमार्टम करने के लिए रिपोर्ट किया। कर्मी ने रजिस्टर में इंट्री कर चिकित्सक के पास भेज दिया। फिर पोस्टमार्टम कक्ष के कर्मी को मोबाइल पर कॉल करने को कहा। कॉल के दो घंटा बाद रविवार सुबह 7.30 बजे सदर अस्पताल पहुंचा। इसके बाद शव को अंदर रखवाया। वीडियो में अगल-अलग काम के लिए अलग-अलग शुल्क
वायरल वीडियो में कर्मी द्वारा मृतक के परिजन से 3500 रुपया मांगी गई। इमरजेंसी में बिना रुपये आने की बात सूनने पर कर्मी नाराज हो गया। अपशब्द का प्रयोग करते हुए कहा कि गाय का दूहना छोड़कर सुबह-सुबह आए हैं। पोस्टमार्टम के सामान मंगाने के लिए 2500 और रिपोर्ट बनाने, काटने व सीने के नाम पर एक हजार सहित कुल 3500 रुपये लगेंगे। रुपया नहीं देने पर शाम चार बजे आएंगे। वर्जन
सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा राशि मांगने का मामला गंभीर है। उपाधीक्षक को जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। पूरा मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
डा. एसके चौधरी
सिविल सर्जन, समस्तीपुर।

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