बाढ़ में बह गई सड़कें, आज तक नहीं बनी

जागरण टीम, परबत्ता (खगड़िया): बाढ़ आती है, तो प्रलय लाती है। सबसे ज्यादा नुकसान सड़कों को पहुंचती है। बीते साल कोसी, बागमती, गंगा और बूढ़ी गंडक की बाढ़ ने जिले में जमकर तबाही मचाई। कई सड़कें ध्वस्त हो गई, जो आज तक नहीं बनी है। जबकि मई के अंतिम सप्ताह तक कोसी में लाल पानी उतर जाएगा। जून से बाढ़ की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। बीते साल आई गंगा की बाढ़ में परबत्ता प्रखंड के सलारपुर, माधवपुर, कोरचक्का, तेमथा करारी, विकास नगर, लगार आदि कि कई सड़कें बर्बाद हो गई। माधवपुर पंचायत में कुल 13 वार्ड हैं। यहां पर सभी वार्डों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से सड़कें बनी थी। लेकिन बीते बाढ़ में पंचायत की मुख्य सड़क जगह-जगह टूट गई। यहां के वार्ड नंबर एक, चार, वार्ड नंबर नौ, वार्ड नंबर 13 की पीसीसी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। ये सड़कें करीब 50 लाख से बनी थी। इधर, कुल्हड़िया पंचायत की वार्ड सदस्य जानकी देवी ने बताया कि वार्ड नंबर नौ के सलारपुर में तीन सड़कें बाढ़ में बर्बाद हो गई। ये सड़कें 15 लाख से बनीं थी। वार्ड नंबर आठ की 10 लाख से बनी पीसीसी सड़क भी टूट गई। वार्ड नंबर 10 में भी दो सड़कें टूटी। जबकि भरसो पंचायत की मुखिया रूपलता देवी ने बताया कि यहां की आधे दर्जन से अधिक सड़कें बाढ़ में टूट गई। जिसकी मरम्मत नहीं हुई है। तेमथा करारी पंचायत के मुखिया राजीव चौधरी के अनुसार कई सड़कों को बाढ़ बहा ले गई। इस संबंध में अधिकारी ने कहा कि बाढ़ में कई सड़कें टूटी। इन सड़कों की मरम्मत होगी। मालूम हो कि बीते दिनों बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में डीएम ने भी संबंधित अधिकारियों को इसको लेकर निर्देशित किया है।


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